प्रजासत्ता ब्यूरो|
राज्य बिजली बोर्ड के कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन योजना का लाभ नहीं मिलने से रोष है। कर्मचारी सीएम सुक्खू के आश्वाशन मिलने के बाद भी ओल्ड पेंशन स्कीम नहीं मिलने पर कर्मचारी आज सड़कों पर उतरने की तैयारी में थे, लेकिन इससे पहले ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने आज विद्युत कर्मचारियों को मीटिंग के लिए बुला लिया। यह बैठक दोपहर 4 बजे के बाद सचिवालय में रखी गई है।
बैठक के बाद ओल्ड पेंशन बहाली के फैसले पर सबकी निगाहें टिकी है।
बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन ने इस बैठक में सकारात्मक परिणाम सामने आने की संभावना जताई है। साथ ही बैठक के बाद आगामी रणनीति पर काम करने के संकेत भी दिए हैं। बता दें कि कांग्रेस सरकार मई महीने में ही सभी विभागों के कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना बहाल कर चुकी है। मगर, बिजली कर्मचारियों को अब तक पुरानी पेंशन योजना नहीं दी गई।
गत 26 मई को प्रदेशभर के बोर्ड कर्मियों ने पुरानी पेंशन योजना की मांग को लेकर मुख्यालय में धरना भी दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री सुक्खू ने कर्मचारियों को भरोसा दिलाया कि उन्हें भी पुरानी पेंशन योजना मिलेगी। सुक्खू ने कहा कि इससे बिजली बोर्ड के लगभग 6500 कर्मचारी लाभान्वित होंगे।मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल स्थगित की, लेकिन एक महीने बीतने के बाद भी इनकी मांग पूरी नहीं हो पाई।
दरअसल, बिजली बोर्ड में ओल्ड पेंशन पर फैसला नहीं हो पा रहा है। ओल्ड पेंशन को लेकर फाइल अभी भी वित्त विभाग में फंसी है और वित्त विभाग की क्लीयरेंस के बगैर सर्विस कमेटी की बैठक आयोजित हो पाना मुश्किल है। सर्विस कमेटी में बिजली बोर्ड कर्मचारियों को लेकर फैसला होना है। मुख्यमंत्री दो बार पहले भी ओल्ड पेंशन बहाली की बात कह चुके हैं, लेकिन उनकी इस बात पर अमल नहीं हो पा रहा है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने मंत्रिमंडल की पहली बैठक में ही पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का निर्णय लिया। इससे 1.36 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों को लाभ मिला है।