प्रजासत्ता ब्यूरो।
हिमाचल प्रदेश में आसमानी आफत काल बनकर टूटी है। बारिश के कारण हुए लैंडस्लाइड समेत अन्य घटनाओं में अब तक 51 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अभी तक प्राप्त जानकारी अनुसार शिमला, सोलन, कांगड़ा में एक-एक और मंडी में दो जगह बादल फटे हैं। मंडी जिले में 18, राजधानी शिमला 14, सोलन 11, कांगड़ा-हमीरपुर 3-3, चंबा और सिरमौर में 1-1 लोगों की जान गई है। कई ऐसे इलाके हैं जहां कितना नुकसान हुआ है, कितने लोगों की जान चली गई इसकी जानकारी ही नहीं मिल पाई है।
वही प्रदेश में आपदा से हुई त्रासदी के संबध में मुख्यमंत्री सुक्खू सोमवार शाम को शिमला में आपात बैठक बुलाई। जिसमे उन्होंने राज्य में भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति और बचाव व राहत कार्यों की जानकारी ली।
बैठक के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि राज्य में 24 घंटों में 50 मौतें हुई हैं। ये आंकड़ा और बढ़ सकता है। अभी 20 लोग दबे हुए हैं। बारिश ने जो तबाही मचाई है उससे उभरने में हमें समय लगेगा। सर्च एंड रेस्क्यू अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि बैठक में इस बारे में भी चर्चा हुई की हिमाचल में बारिश से एक दिन में इतनी मौतों का कोई इतिहास नही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक दिन में मौत का ये आंकड़ा और भी बढ़ सकता है क्योंकि शिमला के शिव मंदिर में हुए लैंडस्लाइड में अभी भी बीस लोगों के दबे होने की आशंका है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में आई आपदा के चलते स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किसी भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा।इससे पहले सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू समरहिल, फागली, ममलीग में आपदा स्थलों का दौरा किया, उसके बाद सीएम ने आईजीएमसी अस्पताल में घायलों का कुशल-क्षेम भी जाना।
बता दें कि राज्य में मानसूनी बरसात की शुरुआत 24 जून से हुई थी और अबतक बारिश से संबंधित घटनाओं में 260 से अधिक लोगों की जानें जा चुकी हैं।
मौसम विभाग ने राज्य में 14 से 17 अगस्त तक के लिए बारिश, तूफान और बिजली गिरने की आशंकाओं को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में 19 अगस्त तक बारिश होने की भविष्यवाणी की गई है।