शिमला|
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद हुई तबाही के चलते इस बार राजधानी शिमला राज्य स्तरीय सहित अन्य जिलों और उपमंडल स्तर में स्वतंत्रता दिवस समारोह को सादे अंदाज में मनाया स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने रिज पर ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। जबकि अन्य जगहों में मंत्रियों और अधिकारियों ने ध्वजारोहण किया। स्वतंत्रता दिवस पर इसी तरह के सादे कार्यक्रम अन्य जिलों, शहरों और कोर्ट परिसर में भी आयोजित किए गए।


रिज पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल में आपदा से पहाड़ टूट पड़ा है। मन दुखी है। कई लोगों ने अपनों को खोया है। 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। जख्म पैसे से नही भरे जा सकते। मगर, सरकार एक एक पैसा एकत्रित कर लोगों को राहत देगी। केंद्र से अंतरिम राहत की पहली किश्त का इंतज़ार है। उम्मीद है सरकार जल्द ये जारी करेगी।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने स्वतंत्रता सेनानियों को मिलने वाली सम्मान राशि 15000 से बढ़ाकर 25000 तथा स्वतंत्रता सेनानियों की विधवाओं को मिलने वाली राशि 15,000 से 20,000 करने का की घोषणा की। स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को दी जाने वाली पेंशन में भी 50 फीसदी बढ़ौतरी की घोषणा की।
इसके अलावा शहीदों को अब 20 लाख की जगह अब 30 लाख दिए जाएंगे। मनरेगा की दिहाड़ी 224 से 240 रुपए तथा ट्राइबल एरिया में इसे 280 से 294 करने की बात कही। उन्होंने इंदिरा गांधी शिशु मातृ योजना की शुरुआत तथा इसके लिए 50 करोड़ के बजट का प्रावधान करने की ऐलान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा से सेब को भारी नुकसान हुआ है। इसे देखते हुए उन्होंने एमआईएस के तहत सेब खरीद मूल्य में 1.50 रुपए बढ़ौतरी का ऐलान किया। यानी एमआईएस का सेब अब 12 रुपए प्रति किलो के हिसाब से लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आई आपदा के कारण 55 लोगों की 2 दिन में जान चली गई है। इसे देखते हुए सरकार ने स्वतंत्रता दिवस के सभी कल्चरर प्रोग्राम रद्द कर दिए हैं। पुलिस, SDRF, NDRF के जवान भी परेड में शामिल नहीं किए। इन्हें राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है।
मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी मातृ शिशु संकल्प योजना को आरम्भ करने की घोषणा करते हुए कहा कि इस योजना के लिए 50 करोड़ रुपये की धनराशि का प्रावधान किया जाएगा, जिसमें स्वास्थ्य और पोषण कार्यक्रमों में शिशु और माता के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि आपदा में बागवानों को काफी नुकसान पहुँचा है, जिसे उन्होंने स्वयं देखा है।
रिज तक पैदल पहुँचे मुख्यमंत्री
इससे पूर्व राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास ओक ओवर से पैदल रिज तक पहुँचे। रास्ते में उन्होंने लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और लोगों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ दी। कार्यक्रम के बाद ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू पैदल ही रिज से ओक ओवर पहुँचे।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा, विधायक हरीश जनारथा, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची, हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक के अध्यक्ष देवेंद्र श्याम, मुख्यमंत्री के ओएसडी रितेश कपरेट, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, एडीजीपी अभिषेक त्रिवेदी, वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

