
अनिल शर्मा।
हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ शिक्षा जगत में अस्थाई नियुक्तियों की योजना को सरकार द्वारा निरस्त कर सामान्य ढंगे से नियुक्ति करने पर गदगद हो गया है। प्रेस को जारी विज्ञप्ति में हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ के राज्य चेयरमैन व जिला कांगड़ा प्रभारी सचिन जसवाल, राज्य प्रेस सचिव संजय चौधरी, जिला कांगड़ा स्तर की कार्यकारिणी में से राज्य पैटर्न सरोज मेहता, राज्य उपाध्यक्ष गोविन्दर पठानिया, सहित जिला कांगड़ा के महासचिव अश्वनी सिपेहिया वित्त सचिव सुमन चौधरी खण्ड अध्यक्षों जिनमे से धर्मशाला से पवन चौधरी, पालमपुर से नागेश्वर पठानिया, नगरोटा बगवां से तेजपाल,पंचरुखी से कुशल राणा, रक्कड़ से कुलदीप राणा, भवारना से देव मेहता, बैजनाथ से अनिल सुग्गा, देहरा से सुशील ठाकुर, राजा का तालाब से विवेक शर्मा, फतेहपुर से संजय धीमान, इंदौरा से यशपाल, नूरपुर से विपिन चौधरी, कोटला से अनूप सिंह, ज्वाली से रशपाल, विकास नन्दा, नगरोटा सुर्रियाँ से भारत भूषण, डाडासिबा से अश्वनी सिपहिया, जयसिंहपुर से हंस राज राणा, चढियार से अरुण कुमार, रैत से लोकेश नंदन, कांगड़ा से जितेंद्र जसवाल आदि समस्त कार्यकरिणी ने आज माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु का ऐसी किसी भी तरह की प्रदेश में अस्थाई नियुक्तियां न करने सम्बन्धी क्लेरिफिकेशन से शिक्षा गुणवत्ता एवम अध्यापक हितों का संरक्षक शिक्षक संघ ने राहत की सांस ली है।
राज्य चेयरमैन ने सरकार द्वारा महँगाई भत्ते की तीन प्रतिशत किश्त जारी करने पर भी हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि आज मुख्यमंत्री ने मीडिया में वायरल हो रही अस्थाई शिक्षकों की नियुक्तियों पर हैरानी जताई और कहा कि अभी सरकार की ऐसी कोई योजना नहीँ है। इस घोषणा पर हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ जोरदार स्वागत करता है और कर्मचारियों की हितैषी सरकार का धन्यवाद करता है। जसवाल ने बताया कि इस सरकार की छोटी सी अवधि में ही कई कर्मचारी हितैषी फ़ैसले लिए गए हैं जिनमे NPS की कटौती को बंद किया गया है और डीए की बकाया राशि को भी GPF खातों में डाला जायेगा।

