कुल्लू|
हिमाचल प्रदेश के पहले घरेलू जिम के संस्थापक व फिटनेस यूट्यूबर,समाज सेवक, कमल कांत राणा उर्फ राणा द वाइपर ने हिमाचल के युवाओं के लिए आगे आए हैं और उन्होंने जमकर सरकार के सामने अपने विचार रखे हैं। उनका कहना है कि हिमाचल प्रदेश में जो भी सरकारी नौकरी के लिए के लिए जो भी एग्जाम हो रहे हैं या भर्तियां हो रही है उन सब में या तो कोई पेपर लीक हो रहा है या कहीं ना कहीं कोई ना कोई दिक्कत जरूर आ रही है।
अभी हाल ही में जो पुलिस कांस्टेबल की भर्ती का जो पेपर हुआ था वह भी लीक हुआ जिसमें की जिसमें करोड़ों का मामला धांधली की बात सामने आई है। इससे पहले जेओए का पेपर भी लीक हुआ। यहां तक कि पंचायत सचिव का जो पेपर करवाया गया था उसका परिणाम घोषित तो कर दिया है। पर उसकी मेरिट सूची अभी तक नहीं बनी है जबकि वह भी काफी समय बाद करवाया गया लगभग एक साल बाद उसे करवाया गया। और भी ऐसे काफी सारे एग्जाम है जिनमें सरकार पूरी तरह ढील बरत रही है।
राणा का कहना है कि हम युवाओं को आज के समय में बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एक पुलिस कांस्टेबल के लिए हम सबसे पहले ग्राउंड के लिए मेहनत करते हैं और उसके बाद लिखित परीक्षा के लिए मेहनत करते हैं तो इतनी कड़ी मेहनत के बाद भी हमारे पेपर लीक हो रहे है। हमारे माता पिता ने हम सभी पर इतना खर्च किया होता है हिमाचल में काफी सारे लोग हैं जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है कुछ लोग मजदूरी करके इकट्ठा करते हैं आने जाने के लिए। तो उन लोगों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। और साथ ही साथ हम जैसे युवाओं के भविष्य के साथ पूरी तरह खिलवाड़ किया जा रहा है।
काफी सारे युवाओं ने इसके लिए कोचिंग ली होती है तो उनकी वह फीस भी बर्बाद हो रही है। कुछ लोगों की उम्र सीमा निकल जाती है तो फिर उनकी भविष्य का क्या होगा? इसके साथ-साथ हमें जो प्रश्न पत्र दिया जाते हैं इसके साथ जो ओएमआर शीट होती है हमें उसकी भी कॉपी दी जाए ताकि हम हमें पता चले और एक फ्रेशर को पता चले जिससे उसका आत्मविश्वास बड़ेगा।
क्या इसमें सरकार की गलती है या किसी अन्य प्रशासन की गलती जो इस एग्जाम को करवा रहे हैं। राणा ने सरकार से व प्रशासन से मांग की है कि विषय को अमल में लाया जाए और इस पर कड़ा संज्ञान लिया जाए ।हिमाचल में पहले से ही बेरोजगारी बहुत ही ज्यादा बढ़ रही है इसे और ज्यादा ना फैलाएं और हम युवाओं के भविष्य के साथ इस तरह खिलवाड़ ना करें। सभी की उम्मीद टिकी होती है एक सरकारी नौकरी पर और हमारे अभिभावकों की उम्मीद पर भी इस तरह पानी फिर रहा है। राणा ने सरकार से मांग की है कि शिक्षा स्तर की गुणवत्ता को बढ़ाया जाए और अच्छे से इसमें सुधार किया जाए।