विजय शर्मा|सुंदरनगर
हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद कैडर के तहत पंचायतों में काम कर रहे करीब 4700 कर्मचारियों ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए। जिला परिषद के कर्मचारियों ने ये सामूहिक अवकाश नियमित न किए जाने और मांगों को पूरा न करने के विरोध में किया। ये साकेतिक हड़ताल छठे वेतन आयोग के तहत वेतन और नियमितिकरण के लिए की है ।
इसी कड़ी मे आज ब्लॉक नाचन के धनोटू मे संघ के प्रधान तुलसी कौशल की अध्यक्षता मे खंड विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया है कि पिछले साल 27 जून को पूरे प्रदेश में जिला परिषद कर्मचारी और अधिकारी ने पेन डाउन हड़ताल की शुरूआत की थी। 8 जुलाई 2022 को मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद वापस ली गई थी, लेकिन एक वर्ष के बाद भी जिप कर्मियों की एक भी मांग को पूर्ण नहीं किया गया, जिससे अधिकारियों और कर्मचारियों में काफी रोष है।
बता दें कि इन कर्मचारियों को जिला परिषद कैडर के तहत रखा गया है। ये सभी सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर सभी सुविधाओं और नियमितिकरण की मांग कर रहे हैं। सामूहिक अवकाश के साकेतिक विरोध के बाद सरकार को उनकी मांगों को पूरा करने के लिए 15 दिन का समय दिया जाएगा। अगर इसके बाद भी सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो फिर आगामी आंदोलन के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। बता दें कि इससे पूर्व भी जिला परिषद के तहत सेवाएं प्रदान कर रहे कर्मचारी कई दिनों की हड़ताल पर रहे थे।