प्रजासत्ता नेशनल डेस्क|
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में रक्षा अधिग्रहण परिषद या डीएसी ने गुरुवार को अमेरिका से प्रीडेटर (MQ-9 Reaper) ड्रोन प्राप्त करने के सौदे को मंजूरी दे दी। अब कैबिनेट समिति द्वारा इस सौदे पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। 15 ड्रोन भारतीय नौसेना को मिलेंगे। जिन्हें समुद्र की निगरानी में तैनात किया जाएगा।
Defence Ministry approves Predator drone deal with US, final clearance to be given by CCS
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— ANI Digital (@ani_digital) June 15, 2023
ड्रोन MQ-9 को अमेरिकी रक्षा कंपनी जनरल एटॉमिक्स ने बनाया है। इसका निशाना सटीक है। ड्रोन में मिसाइल को फिट किया जा सकता है। इसके जरिए छोटे-छोटे टारगेट को तबाह किया जा सकता है। दावा है कि अमेरिका ने इस तरह के ड्रोन का इस्तेमाल अल-कायदा चीफ अल जवाहिरी पर हमला करने में किया था।
भारत के पास वर्तमान में दो प्रीडेटर ड्रोन हैं। इन्हें एक अमेरिकी फर्म से लीज पर लिए गए थे और वे हिंद महासागर क्षेत्र में गतिविधियों पर नजर रखने के लिए नौसेना की मदद कर रहे हैं।