प्रजासत्ता नेशनल डेस्क|
करनाल में किसान और प्रशासन आमने सामने आ गए हैं और दोनों में कोई भी पक्ष झुकने को तैयार नहीं है। किसान और प्रशासन के बीच कल तीन दौर की वार्ता बेनतीजा रही जिसके बाद किसानों ने मिनी सचिवालय पर डेरा डाल दिया है। इतनी ही नहीं प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली बॉर्डर की तरह करनाल में भी मोर्चा लगाने की तैयारी है।
वहीँ करनाल में गुरुवार को भी मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद रहेंगी, क्योंकि प्रशासन के खिलाफ किसानों का आंदोलन तीसरे दिन में प्रवेश कर गया है। एक बयान जारी करते हुए हरियाणा सरकार ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से “गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए” सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है और गुरुवार को 11.59 बजे तक प्रभावी रहेगा।
In view of farmers' agitation in Karnal, Haryana Govt suspends mobile internet & SMS services in the district "to stop the spread of misinformation"; the order to remain in effect till 11:59 pm today pic.twitter.com/EtN0IfZjQd
— ANI (@ANI) September 9, 2021
अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है कि करनाल में शांति और सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए आदेश जारी किया जा रहा है।
उधर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रमुख सरकारी भवन के बाहर धरना जारी रहेगा और आंदोलन धीरे-धीरे तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर महीनों से चल रहे आंदोलन को प्रतिबिंबित करेगा। टिकैत ने कहा कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो उत्तर प्रदेश, पंजाब और अन्य जगहों के किसान करनाल में आंदोलन में शामिल होंगे।