भारत में कोरोना वायरस बीमारी (कोविड-19) के XE संस्करण का पहला मामला बुधवार को महाराष्ट्र के मुंबई से सामने आया। नगर निकाय बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा जारी 11वीं जीनोम अनुक्रमण के परिणामों में एक नमूना एक्सई संस्करण से संक्रमित पाया गया। इतना ही नहीं इसमें एक केस कप्पा संस्करण से जुड़ा हुआ भी पाया गया।
बीएमसी ने 230 नमूनों का परीक्षण किया था, जिनमें से 99.13 प्रतिशत (228 नमूनों) लोगों का ओमिक्रॉन स्ट्रेन के लिए टेस्ट पॉजिटिव आया। यह स्ट्रेन वो ही है, जिसने इस साल की शुरुआत में पूरे देश में वायरस के प्रसार को बहुत तेजी से बढ़ा दिया था और तीसरी लहर का कारण बना था।
सबसे पहले ब्रिटेन में मिला
ओमिक्रॉन की तुलना में अधिक तेजी से फैलने वाले यह संस्करण, पहली बार यूनाइटेड किंगडम में पाया गया था। मुंबई के नागरिक निकाय बीएमसी ने कहा कि एक 50 वर्षीय महिला संक्रमित पाई गई है। बताया गया कि महिला को वायरस के खिलाफ पूरी तरह से टीका लगाया गया था और अब तक कोई लक्षण नहीं दिखा है। उसको कोई अन्य रोग भी है।
क्या कहती है महिला की हिस्ट्री
पेशे से एक कॉस्ट्यूम डिजाइनर, महिला 10 फरवरी, 2022 को दक्षिण अफ्रीका से आई थी। भारत आने पर, उसने कोविड -19 के लिए नकारात्मक परीक्षण किया, लेकिन 2 मार्च, 2022 को, नियमित परीक्षण के दौरान, वह सकारात्मक पाई गई, जिसके बाद उसने मुंबई के उपनगरीय बांद्रा में ताज लैंड्स एंड में खुद को क्वारंटाइन किया। हालांकि, अगले दिन, उसका नमूना नकारात्मक आ गया था।
10 गुना तेजी से फैलता है
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि नया सबवेरिएंट – ‘एक्सई’ – दो ओमिक्रॉन सब वेरिएंट का एक हाइब्रिड स्ट्रेन, अब तक का सबसे ट्रांसमिसिबल कोरोना वायरस स्ट्रेन हो सकता है। वैश्विक स्वास्थ्य निकाय के अनुसार, शुरुआती अध्ययनों से संकेत मिलता है कि बीए.2 की तुलना में यह संस्करण 10 गुना तेजी से फैलता है, जो बहुत ही संक्रामक रूपों में से एक है।
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