प्रजासत्ता नेशनल डेस्क|
मुंबई के नेवल डॉकयार्ड के एक आंतरिक कंपार्टमेंट में विस्फोट हो गया। इस धमाके में तीन नौसैनिकों की जान चली गई। वहीं, 10 सैनिक घायल बताए जा रहे हैं। घटना के तुरंत बाद जहाज के चालक दल ने स्थिति को काबू में किया। इसकी जानकारी भारतीय नौसेना के अधिकारी ने दी है।
घायल जवानों का नौसेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायल जवानों को कोलाबा नेवी नगर के INHS अश्विनी भेजा गया है। आईएनएस रणवीर भारतीय नौसेना का पोर्ट है। आईएनएस रणवीर नवंबर 2021 से पूर्वी नौसेना कमान से क्रॉस कोस्ट ऑपरेशनल तैनाती पर था और जल्द ही बेस पोर्ट पर लौटने वाला था। मामले की जांच के लिए बोर्ड ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं।
आईएनएस रणवीर 28 अक्टूबर 1986 को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। पांच पाजपूत श्रेणी के विध्वसंकों मे से ये चौथा है, जिसे 310 नाविकों का एक दल संचालित करता है। ये हथियारों और सेंसर से लैस है। इसमें सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल हैं. इसके अलावा इसमें मिसाइल रोधी बंदूके और पनडुब्बी रोधी रॉकेट लॉन्चर भी हैं।
जहाज कामोव 28 एंटी-सबमरीन हेलीकॉप्टर को संचालित करने में भी सक्षम है, जो जहाज को तटीय और अपतटीय गश्त, संचार की समुद्री लाइनों की निगरानी, समुद्री कूटनीति, आतंकवाद और एंटी-पायरेसी ऑपरेशन सहित कई तरह की भूमिका निभाने में सक्षम बनाता है। ‘रणवीर’ नाम का अर्थ है युद्ध में लड़ने वाले योद्धाओं की वीरता और पराक्रम।