चंडीगढ़ नेशनल लेवल के शूटर और वकील सुखमनप्रीत सिंह उर्फ सिप्पी सिद्धू हत्याकांड में सीबीआई ने हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की एक्टिंग चीफ जस्टिस की बेटी कल्याणी सिंह को गिरफ्तार किया है। कल्याणी को जांच एजेंसी ने कोर्ट में पेश करने के बाद पूछताछ के लिए चार दिन के रिमांड पर लिया है। सीबीआइ की टीम ने कल्याणी को बुधवार सेक्टर-30 स्थित आफिस में पूछताछ के लिए बुलाया था। इसी दौरान उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बता दें कि सिप्पी के स्वजनों ने कल्याणी पर हत्या कराने का आरोप लगाया था।
कल्याणी वर्तमान में चंडीगढ़ सेक्टर- 42 पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कालेज फार गर्ल्स में होम साइंस डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर कार्यरत है। सीबीआइ से जुड़े सूत्रों के अनुसार कल्याणी जांच में सहयोग नहीं कर रही थी। न ही वह सीबीआइ के सवालों का संतोषजनक जवाब दे रही थी। यही उसकी गिरफ्तारी की वजह बनी। 35 वर्षीय कल्याणी सिप्पी की काफी करीबी थी।
गौरतलब है कि कल्याणी सिंह की मां पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में भी जज रही हैं। अब वह हिमाचल हाईकोर्ट में तैनात हैं। जानकारी के अनुसार, 35 साल के सिप्पी की लाश 20 सितंबर 2015 को चंडीगढ़ में सेक्टर-27 के एक पार्क से मिली। उसकी गोली मारकर हत्या की गई थी। इसी हत्या के आरोप में कल्याणी को 15 जून 2022 की सुबह 11.30 बजे उसे गिरफ्तार कर लिया गया। कल्याणी को गिरफ्तार करने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद कल्याणी सिंह को 4 दिन के रिमांड पर भेज दिया।
सिप्पी सिद्धू के परिवार की डिमांड और चौतरफा दबाव के बाद 20 जनवरी, 2016 को चंडीगढ़ के तत्कालीन होम सेक्रेटरी ने सिप्पी हत्याकांड की जांच सीबीआई को सौंपने के ऑर्डर जारी किए थे। सीबीआई ने 13 अप्रैल, 2016 को कल्याणी सिंह और अन्य लोगों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश रचने, सबूत मिटाने और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया। इस केस की जांच CBI की स्पेशल क्राइम ब्रांच कर रही है।
जानिए मामले में कब-कब क्या-क्या हुआ
20 सितंबर 2015
मोहाली निवासी सिप्पी सिद्धू की चंडीगढ़ सेक्टर- 27 स्थित पार्क में गोली मारकर हत्या की गई। सेक्टर-26 थाने में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज हुआ।
17 अक्टूबर 2015
सेक्टर-26 पुलिस ने जज की बेटी से दोबारा पूछताछ की।
16 दिसंबर 2015
तत्कालीन एएसपी गुरइकबाल सिंह सिद्धू के नेतृत्व में यूटी पुलिस ने एसआइटी गठित की।
19 अप्रैल 2016
सीबीआइ ने अज्ञात पर नई एफआइआर दर्ज कराई।
6 दिसंबर 2020
सीबीआइ कोर्ट ने जज की बेटी के दो जानकार के पालीग्राफ टेस्ट कराने की इजाजत दी।
10 अक्टूबर 2015
सेक्टर- 26 पुलिस ने पूछताछ के लिए जज की बेटी कल्याणी को थाने में तलब किया।
14 अक्टूबर 2015
सिप्पी के परिजनों ने उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को रिपेंजेंटेसन दी।
29 नवंबर 2015
सिप्पी के स्वजनों और दोस्तों ने सेक्टर-4 में पूर्व आइजीपी के आवास के बाहर प्रदर्शन किया।
30 नवंबर 2015
स्वजनों ने यूटी सलाहकार को रिप्रेंजेंटेशन दी। सीबीआइ जांच की मांग की।
24 दिसंबर 2015
स्वजनों ने नई दिल्ली में पीएम आवास के पास प्रदर्शन किया।
16 जनवरी 2016
तत्कालीन यूटी प्रशासक की सिफारिश पर केस सीबीआइ को ट्रांसफर हुआ।
26 अप्रैल 2016
सीबीआइ ने जांच अधिकारी इंस्पेक्टर पूनम दिलावरी को तलब किया। दिलावरी सेक्टर 26 थाने की एसएचओ थी।
5 सितंबर 2016
सीबीआइ ने सुराग देने वाले को पांच लाख रुपये इनाम की घोषणा की।
7 दिसंबर, 2020
सीबीआइ ने अदालत में अनट्रेस रिपोर्ट दायर की।
10 दिसंबर, 2021
सीबीआइ ने हत्यारों का सुराग देने वाले को 10 लाख के इनाम की घोषणा की।
17 मार्च 2022
सीबीआइ के जांच अधिकारी ने कोर्ट में पोस्टमार्टम रिपोर्ट पेश की।
15 जून 2022
कल्याणी सिंह को सीबीआइ ने गिरफ्तार किया।