प्रजासत्ता|
कोरोना के कहर के बीच देश में म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस तेजी से पांव पसार रहा है| देश के अलग-अलग हिस्सों में ब्लैक फंगस के अब तक 7251 मामले सामने आए हैं और 219 लोगों की मौत हुई है| केंद्र सरकार ने राज्यों सरकारों को निर्देश दिए हैं कि महामारी अधिनियम, 1897 के तहत ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करे| वहीँ ब्लैक फंगस को को लेकर एक स्टडी में चौंकाने वाली बातें सामने आई है|
बता दें कि एल्सवेयर जनरल में चार भारतीयों द्वारा जल्द प्रकाशित होने वाले एक अध्ययन के मुताबिक महिलाओं की तुलना में पुरुषों में ब्लैक फंगस से पीड़ित होने की संभावनाए अधिक होती हैं।
डॉक्टरों ने अपनी इस स्टडी का नाम “कोविड-19 स्यूकोर्मिसिस: दुनिया भर में और भारत में रिपोर्ट किए गए मामलों की एक व्यवस्थित समीक्षा” दिया है।
नेशनल समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक खबर के मुताबिक ब्लैक फंगस संक्रमण पर स्टडी करने वाले डॉक्टरों ने एक दुर्लभ, लेकिन गंभीर म्यूकोर्मिकोसिस से संक्रमित कोरोना मरीजों के 101 मामलों पर विश्लेषण किया है। जिसमें यह नजीता निकला कि संक्रमितों में 79 पुरुष थे। इसके साथ ही इस स्टडी में अधिक्तर मरीजों में डियबिडीज को सबसे महत्वपूर्ण कारक के रूप में पाया गया। 101 में से 83 मरीज डायबिटीज से पीड़ित थे।
इस स्टडी में कोलकाता के जीडी अस्पताल और डायबिटीज संस्थान से डॉ अवधेश कुमार सिंह और डॉ. रितु सिंह, मुंबई के लीलावती अस्पताल से डॉ. शशांक जोशी और नई दिल्ली के राष्ट्रीय डायबिटीज, मोटापा और कोलेस्ट्रॉल फाउंडेशन से डॉ अनूप मिश्रा शामिल हैं।