प्रजासत्ता नेशनल डेस्क|
भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर जस्टिस यूयू ललित ने शपथ लिया है। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सीजेआई के तौर पर शपथ दिलाई। जस्टिस यूयू ललित का कार्यकाल ढाई महीने का होगा। वे आठ नवंबर को रिटायर होंगे। आपको बता दें कि सीजेआई एनवी रमना 26 अगस्त को सेवानिवृत्त हुए थे। जिसके बाद जस्टिस उदय उमेश ललित को भारत का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया है।
जस्टिस ललित को 2014 में सीधे बार से सुप्रीम कोर्ट का जस्टिस बनाया गया था। इससे पहले 1971 में जस्टिस एस एम सिकरी पहले चीफ जस्टिस थे जो सीधे बार से आए थे। जस्टिस ललित का कार्यकाल 8 नवंबर 2022 तक होगा। यानी बतौर चीफ जस्टिस उनका कार्यकाल तीन महीने से भी कम होगा।
जस्टिस यूयू ललित का जन्म महाराष्ट्र के सोलापुर में 9 नवंबर 1957 को हुआ था। उन्होंने सोलापुर के लॉ कॉलेज से वकालत की है। इसके बाद उन्होंने 1983 में एक वकील के रूप में अपना पंजीकरण कराया और दिसंबर 1985 तक बॉम्बे हाईकोर्ट में वकालत की थी। जनवरी 1986 में वे दिल्ली आकर वकालत करने लगे और अप्रैल 2004 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा उन्हें एक वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया।