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Pariksha Par Charcha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ‘परीक्षा पर चर्चा’ कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से बातचीत करेंगे। कार्यक्रम सुबह 11.00 बजे से प्रारंभ होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस संबंध में एक ट्वीट कर जानकारी दी।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि परीक्षा पर चर्चा सबसे रोमांचक कार्यक्रमों में से एक है, जो परीक्षा को तनाव मुक्त बनाने और हमारे परीक्षा योद्धाओं (छात्र-छात्राओं) का समर्थन करने के तरीकों पर चर्चा करने का अवसर देता है। मैं इस महीने की 27 तारीख को कार्यक्रम की प्रतीक्षा कर रहा हूं और आप सभी से इसमें भाग लेने का आग्रह करता हूं।
Prime Minister Narendra Modi will interact with students, teachers and parents in the yearly ‘Pariksha Par Charcha’ program today
(file photo) pic.twitter.com/9B45HUzwWp
— ANI (@ANI) January 27, 2023
परीक्षा पर चर्चा का ये छठा संस्करण
‘परीक्षा पर चर्चा’ के छठे संस्करण के लिए रजिस्ट्रेशन 25 नवंबर से शुरू हुआ और 30 दिसंबर को बंद हो गया था। शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार, वर्ष 2022 की तुलना में इस वर्ष कार्यक्रम के लिए पंजीकरण दोगुने से अधिक हो गए हैं।
पीपीसी-2022 के लिए लगभग 15.7 लाख की तुलना में लगभग 38.80 लाख प्रतिभागियों (छात्र- 31.24 लाख, शिक्षक- 5.60 लाख, और माता-पिता- 1.95 लाख) ने पीपीसी-2023 के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। शिक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने ANI को बताया, “150 से अधिक देशों के छात्रों, 51 देशों के शिक्षकों और 50 देशों के अभिभावकों ने भी पीपीसी-2023 के लिए पंजीकरण कराया है।”
2050 प्रतिभागियों को दिया जाएगा विशेष किट
MyGov पर रचनात्मक लेखन प्रतियोगिताओं के माध्यम से चुने गए लगभग 2,050 प्रतिभागियों को एक विशेष परीक्षा पे चर्चा किट के साथ प्रस्तुत किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री द्वारा लिखी गई हिंदी और अंग्रेजी में परीक्षा योद्धाओं की किताब और एक प्रमाण पत्र शामिल है। एनसीईआरटी द्वारा चुने जाने वाले प्रतिभागियों के कुछ प्रश्न पीपीसी-2023 में शामिल हो सकते हैं।
शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अनूठे इंटरैक्टिव कार्यक्रम ‘परीक्षा पर चर्चा’ की अवधारणा की, जिसमें देश भर के छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ-साथ विदेशों से भी परीक्षाओं और स्कूल के बाद के जीवन से संबंधित चिंताओं पर चर्चा करने के लिए उनके साथ बातचीत की। यह कार्यक्रम पिछले पांच वर्षों से शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित किया गया था।
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