शिमला|
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के साथ लगते तारा देवी के जंगल में लगी आग से लाखों की वन संपदा और सैकड़ों वन्य जीव जलकर राख हो गए हैं। आग के बाद आसमान में धुंए के गुबार उड़ रहे हैं। इससे आसपास के क्षेत्रों में विजिबिलिटी भी कम हुई है। आग बुझाने में अग्निशमन, वन विभाग और स्थानीय लोगों के पसीने छूट रहे हैं।
बता दें कि शिमला शहर के अलग-अलग जंगलों आज सुबह से ही आग का तांडव देखने को मिल रहा है। इस आगजनी में वन्य जीवों के आशियाने भी उजड़ गए हैं। जंगल में लगी आग से स्थानीय लोगों की घासनियां भी जलकर राख हो गई हैं। इससे ग्रामीणों को आने वाले दिनों में पशुओं के लिए चारे की किल्लत झेलनी पड़ेगी।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह आग वीरवार शाम से लगी हुई है। अग्निशमन विभाग और वन महकमे को इसकी सूचना शुक्रवार दोपहर 3 बजे के आसपास मिली थी। तब से आग ओ बुझाने के प्रयास जरी है लेकिन अभी तक इसमें कामयाबी नही मिल पाई है।
जानकारी अनुसार तारादेवी के जंगल में वीरवार शाम से ही आग लगी हुई है, जबकि संकट-मोचन, चलौठी, भरयाल और चक्कर के जंगल में रात और सुबह से आग लगी हुई है। शहर में चौरतफा आग होने से लोग डरे व सहमे हुए हैं, क्योंकि इन जंगलों के साथ लगते एरिया में रिहायशी कॉलोनियां भी है।
वहीँ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक बीती शाम तक 7 किलोमीटर क्षेत्र में आग नुकसान कर चुकी है। आग रातभर और अभी भी लगी हुई है। SDMA के अनुसार, शनिवार देर शाम तक ITBP के 120 जवान, वन विभाग के 15 कर्मी और 3 अग्निशमन के जवान आग पर काबू पाने में जुटे रहे, लेकिन सूखा अधिक होने से आग तेजी से फैल रही है।