नालागढ़|
जिला सोलन के नालागढ़ में करोड़ों रुपयों का घोटाला करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक के प्रबंधक राजपाल सिंह को अदालत में पेश किया जहां से उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
बता दें कि साल 2019 में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। आरोपी राजपाल सिंह ने नालागढ़ में बैंक प्रबंधक की शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए फर्जी फर्मों के नाम पर लोन देकर 5.11 करोड़ रुपये का घोटाला किया था। साल 2019 में बैंक प्रबंधक राजपाल सिंह के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। हर बार वह पुलिस से बचने में कामयाब रहा, लेकिन अब पुलिस आरोपी को दबोचने में कामयाब हुई है।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने आरोपी राजपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। राजपाल सिंह ऊना जिले के चलोला गांव का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार आरोपी बैंक प्रबंधक ने नालागढ़ में साल 2011 व 2013 के दौरान इस घोटाले को अंजाम दिया था। जिसके तहत आरोपी ने फर्जी फर्मों पर बिना जांच पड़ताल के लोन पास कर दिया। इसके बाद आरोपी को साल 2016 में निलंबित कर दिया गया था। साल 2019 में आरोपी के खिलाफ बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक ने मामला दर्ज करवाया था, लेकिन आरोपी पुलिस से हर बार बचता रहा।
नालागढ़ के थाना प्रभारी कुलदीप शर्मा ने बताया कि इस मामले की छानबीन करते हुए पुलिस ने ऊना के चलोला गांव में छापा मारा। पांच-छह दिन तक छानबीन के बाद उसके गांव के किसी व्यक्ति से उसका मोबाइल नंबर लिया। उसके बाद पता चला कि वह ऊना की लक्कड़ कॉलोनी में रह रहा है। यहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद आरोपी को अदालत में पेश किया, जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।