तुलसी को नाखूनों से कभी नहीं तोड़ना चाहिए, नाखूनों के तोड़ने से पाप लगता है।
सांयकाल के बाद तुलसी को स्पर्श भी नहीं करना चाहिए।
रविवार को तुलसी पत्र नहीं तोड़ने चाहिए, और तुलसी के पत्तो को चबाना नहीं चाहिए।
जो स्त्री तुलसी की पूजा करती है। उनका सौभाग्य अखण्ड रहता है। उनके घर सत्पुत्र का जन्म होता है।
तुलसी को कभी पेड़ ना समझें, और द्वादशी के दिन भी इसे नहीं तोडना चाहिए।
सांयकाल के बाद तुलसी जी लीला करने जाती है,इसे साक्षात् राधा जी का अवतार माना जाता है ।