शिमला |
Himachal News: भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party)ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Chief Minister Sukhwinder Singh Sukhu)के बयान को विशुद्ध राजनीतिक बयान मान करके उसकी आलोचना करती है, क्योंकि स्टार्टअप के बहाने जो बयान उन्होंने दिया है वह केवल और केवल राजस्थान के चुनाव को प्रभावित करने के लिए है। यह बयान भाजपा प्रवक्ता महेन्द्र धर्मणी(BJP Spokesperson Mahendra Dharmani)ने मीडिया को सम्बोधित करते हुए दिया।
उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी का यह स्पष्ट मत है कि कांग्रेस सरकार ने हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले जो 10 गारंटीयां दी थी, उसकी गारंटी नंबर 4 ,जो हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने पर 5 लाख युवाओं को रोजगार दिया जायगा और रोज़गार भी सरकारी रोज़गार कहा गया था। अगर हम 5 साल सरकार का समये लेकर के चलें तो 1 साल यानी 11 माह के अंदर 1 लाख रोज़गार होता हैं और यह भी कांग्रेस के नेताओं ने कहा था कि कैबिनेट की पहली बैठक में 1 लाख सरकारी रोज़गार हम युवाओं को देंगे।
उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी का यह स्पष्ट आरोप है कि सुखू सरकार झूठ के सहारे केवल और केवल अखबारी बयानबाजी कर रही है और प्रदेश और देश को गुमराह करने का काम कांग्रेस आज कर रही है। जिस स्टार्टअप की बात माननीय मुख्यमंत्री ने कही है, उसके लिए जो इनफ्रास्ट्रक्चर चाहिए और जो मूलभूत सुविधाएं चाहिऐ उसकी अभी तक कोई भी योजना प्रदेश सरकार ने नहीं की हैं।
उन्होने कहा कि आज हिमाचल प्रदेश में रोज़गार कार्यालय में है। हम देखते हैं 18 से लेकर के 35 साल तक के जो पढ़े लिखे युवा हैं, जो 12वीं से ग्रेजुएट, तक हैं, उनका आंकड़ा ही 9 लाख है और सुक्खू सरकार एक बार फिर झूठी बयानबाजी करके प्रदेश के युवाओं को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।
महेंद्र धर्माणी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का यह स्पष्ट मत है कि 11 माह के अंदर सुखविन्दर सिंह सुक्खू की सरकार ने 12,000 करोड़ रूपये का रिकाॅर्ड तोड़ कर्ज लेकर इस प्रदेश के ऊपर उन्होंने आर्थिक बोझ डाला है। प्रदेश में अव्यवस्था का आलम है। निर्णय सुबह होते हैं और शाम को पलटते हैं। सरकार कहती है की सही किया है और जो गलत हो गया तो उसको ठीक करने का काम करते है,
महेंद्र धर्माणी ने कहा कि यह तो तय हो कि पहले का निर्णय किस ने लिया था? अधिकारियों ने अपनी मर्जी से यह निर्णय लिया था कि मुख्यमंत्री कार्यालय से होकर के यह फाइल गयी थी, फिर उसको बदला गया। उन्होने कहा कि कुल मिला करके सरकार नाम की चीज हिमाचल प्रदेश में नहीं है और सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रदेश के माननीय उप मुख्यमंत्री जो चुनाव से पहले पूरे प्रदेश में घूम घूम कर के कहते थे की पहली कैबिनेट में 1 लाख सरकारी नौकरियां देंगे ।