BBC Documentary स्क्रीनिंग को लेकर देश के यूनिवर्सिटी में बवाल, जामिया में हिरासत में लिए गए कई छात्र

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BBC Documentary: 2002 गुजरात दंगे पर बनाई गई BBC Documentary की स्क्रीनिंग को लेकर देश के कई यूनिवर्सिटी में बवाल मचा हुआ है। मामला अब दिल्‍ली से आगे बढ़कर पंजाब तक पहुंच गया है। पंजाब यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने बुधवार को कैंपस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी बीबीसी डॉक्यूमेंट्री सीरीज के प्रदर्शन पर रोक लगा दी। जब छात्र इसे देख रहे थे तब स्क्रीनिंग को बीच में ही रोक दिया गया।

इस डॉक्यूमेंट्री को विश्वविद्यालय के छात्र केंद्र में कांग्रेस की छात्र शाखा नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) द्वारा दिखाया जा रहा था। पहले जेएनयू फिर जामिया से शुरू हुआ ये बवाल पंजाब तक पहुंच गया है।

जामिया यूनिवर्सिटी में मचा बवाल

जामिया यूनिवर्सिटी (Jamia University) में इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर खूब हंगामा हो रहा है। पुलिस के प्रदर्शन कर रहे कई छात्रों को हिरासत में लिया है। यहां पीएम मोदी पर बीबीसी सीरीज की स्क्रीनिंग की योजना से पहले एसएफआई के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।

शाम 6 बजे होनी थी स्क्रीनिंग 

स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी के विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की घोषणा की थी। छात्र निकाय ने घोषणा की कि वे आज शाम 6 बजे जामिया मिलिया इस्लामिया परिसर में श्रृंखला की स्क्रीनिंग करेंगे। जिसके बाद पुलिस एक्शन में आई। जामिया में फिलहाल डॉक्‍यूमेंट्री की स्‍क्रीनिंग टल गई है। SFI का कहना है कि जबतक हिरासत में लिए गए छात्र रिहा नहीं किए जाते, त‍ब तक डॉक्‍यूमेंट्री की स्क्रीनिंग नहीं की जाएगी।

बीबीसी के दो हिस्सों में बनी डॉक्यूमेंट्री “इंडिया: द मोदी क्वेश्चन” में दावा किया गया है कि इसने 2002 के गुजरात दंगों से जुड़े कुछ पहलुओं की पड़ताल की है जब मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे। इस बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक नोटिस में कहा कि बिना अनुमति के परिसर में छात्रों की बैठक या किसी भी फिल्म की स्क्रीनिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसा करने पर आयोजकों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

JNU में हुआ था बवाल

इसके पहले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्रों ने BBC की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के दौरान पथराव का आरोप लगाया है। जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने आरोप लगाया कि इस दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने पत्थर फेंके। इससे पहले 21 जनवरी को हैदराबाद विश्वविद्यालय में छात्रों के एक समूह ने बिना किसी पूर्व सूचना के अपने नॉर्थ कैंपस में डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग का आयोजन किया था।

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