Google News Preferred Source
साइड स्क्रोल मेनू

जंगल में मिली हड्डियां और बाल श्रद्धा के, DNA रिपोर्ट आई सामने

[ad_1]

Shraddha murder case:  श्रद्धा वाकर हत्या मामले में एक बड़े अपडेट आया है। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को कहा कि उनके द्वारा बरामद किए गए बालों और हड्डियों के नमूने श्रद्धा से मेल खाते हैं। द‍िल्‍ली पुल‍िस को श्रद्धा मर्डर केस में महरौली के जंगल से बाल और हड्डियां म‍िली थीं। इनका म‍िलान कराने के ल‍िए डीएनए (DNA) जांच को सैंपल हैदराबाद लैब भेजे गए थे।

दिल्ली पुलिस ने कहा कि महरौली के वन क्षेत्र में पाए गए नमूनों की माइटोकॉन्ड्रियल डीएनए रिपोर्ट और हैदराबाद में सेंटर फॉर डीएनए फिंगरप्रिंटिंग डायग्नोस्टिक (सीडीएफडी) में परीक्षण के लिए भेजी गई है, जो पीड़िता के पिता और भाई से मेल खाती है।

इसे भी पढ़ें:  Politics: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने DFC अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा

डीएनए जांच का रिपोर्ट आया सामने

हड्डी और बालों के नमूने “डीएनए माइट्रोकॉन्ड्रियल प्रोफाइलिंग” के लिए हैदराबाद भेजे गए थे क्योंकि शरीर के अंगों से डीएनए नहीं निकाला जा सकता था। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा, “माइटोकॉन्ड्रियल डीएनए रिपोर्ट में श्रद्धा वॉकर के साथ बाल और हड्डी के नमूने के मिलान की पुष्टि हुई है। दिल्ली पुलिस को सेंटर फॉर डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एंड डायग्नोस्टिक्स से रिपोर्ट मिल गई है।”

आफताब पर हत्या करने का आरोप

श्रद्धा को कथित तौर पर उनके लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला ने मार डाला था। आफताब ने हत्या के बाद उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए और एक रेफ्रिजरेटर खरीदा और शरीर के टुकड़ों को उसमें रख दिया। वो रात में 18 दिनों तक किए टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर फेंकता रहा।

इसे भी पढ़ें:  देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के आए 9355 नए मममले, 24 की मौत

पुलिस ने पहले कहा था कि आफताब, जिसने श्रद्धा की हत्या करने और उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने की बात कबूल की। गौरतलब है कि फिलहाल दिल्ली पुलिस हत्याकांड की जांच कर रही है। नवंबर में श्रद्धा के पिता पालघर (महाराष्ट्र) निवासी विकाश मदन वालकर ने मुंबई पुलिस से संपर्क किया और गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी।

[ad_2]

Source link

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment