Himachal News: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की प्रभारी रजनी पाटिल ने शनिवार को ठियोग में “वोट चोर, गद्दी छोड़” अभियान के तहत भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा कांग्रेस नेताओं को केंद्रीय जांच एजेंसियों जैसे ईडी और सीबीआई के जरिए डराने-धमकाने का काम कर रही है। इस एकदिवसीय दौरे के दौरान उन्होंने अभियान की प्रगति की समीक्षा की और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा पर मतदाता सूचियों में हेरफेर करने का आरोप लगाया।
पाटिल ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा सत्ता में बने रहने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। उन्होंने दावा किया कि जब कांग्रेस नेता दबाव में नहीं झुकते और अपने सिद्धांतों पर अडिग रहते हैं, तो भाजपा उनके समर्थकों के नाम मतदाता सूचियों से हटवाने की साजिश रचती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे मतदाता सूचियों पर कड़ी नजर रखें, क्योंकि पार्टी की ताकत उसका कार्यकर्ता आधार ही है।
रजनी पाटिल ने महाराष्ट्र के हालिया चुनावों का हवाला देते हुए चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में 16 सांसद चुने गए, लेकिन चार महीने बाद हुए विधानसभा चुनाव में केवल 14 विधायक ही जीत सके। यह नतीजा चुनावी प्रणाली की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े करता है।” उन्होंने कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर इस तरह की अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने हस्ताक्षर अभियान में हिस्सा लिया और पार्टी के प्रति अपनी एकजुटता प्रदर्शित की।
विधायक राठौर ने भी साधा निशाना
कार्यक्रम में मौजूद विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने भी भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मतदाता सूचियों में अनैतिक तरीके से बदलाव किए गए हैं, जिनके सबूत कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस के सामने पेश किए थे। राठौर ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह संदेह के घेरे में है। उन्होंने भाजपा नेताओं जेपी नड्डा और अनुराग ठाकुर का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि ये नेता चुनाव आयोग के प्रवक्ता की तरह उसका बचाव करते नजर आते हैं। राठौर ने दावा किया कि आयोग और सरकार की मिलीभगत कांग्रेस को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।











