SBI Research Report: इतिहास में पहली बार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में बड़ी गिरावट दर्ज की जा रही है। बता दें कि डॉलर के मुकाबले रुपये में जितनी तेज गिरावट हाल के दिनों में देखने को मिली है, वैसी पहले कभी नहीं देखी गई थी।
SBI की एक रिसर्च रिपोर्ट में में भी इस बात की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक एक डॉलर के भाव को 85 से 90 रुपये तक पहुंचने में इस बार सिर्फ 349 दिन लगे, जबकि इससे पहले डॉलर-रुपये के एक्सचेंज रेट में 5 रुपये का अंतर आने में इससे काफी अधिक वक्त लगता रहा है।
SBI’s research unit has released a report today stating the historic fall of the currency. Report explained that it took 349 days (less than a year) to fall from 85 to 90. Indian rupee has breached the 91-mark against the US dollar for the first time and it took only 13 days to… pic.twitter.com/MOUwWXpDf3
— United News of India (@uniindianews) December 17, 2025
उल्लेखनीय है कि रुपये में इससे पहले सबसे तेज गिरावट तब देखी गई थी, जब एक डॉलर का भाव 70 से 75 रुपये तक पहुंचने में 581 दिन यानी करीब 19 महीने लगे थे। वहीं, 1 डॉलर का भाव 65 से 70 रुपये तक पहुंचने में तो पूरे 1815 दिन यानी 5 साल से भी ज्यादा वक्त लगा था। 1 डॉलर का रेट 75 से 80 रुपये तक पहुंचने में 917 दिन (ढाई साल) और 80 से 85 रुपये तक पहुंचने में 819 दिन यानी 2 साल से ज्यादा वक्त लगा था।
एसबीआई रिसर्च की ओर से बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में रुपया दमदार वापसी कर सकता है। डॉलर के मुकाबले इसकी कीमत में मजबूती देखने को मिल सकती है। एसबीआई रिसर्च ने कहा कि वैश्विक अस्थिरता और भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते में देरी के कारण हाल के महीनों में डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट दर्ज की गई है।
हालांकि, गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती देखने को मिली और यह 90.25 के स्तर पर पहुंच गया। एसबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, दिनों की संख्या के लिहाज से रुपये में मौजूदा गिरावट अब तक की सबसे तेज गिरावटों में से एक है। एक साल से भी कम समय में रुपया प्रति डॉलर 85 से गिरकर 90 तक आ गया है।












