सुभाष कुमार गौतम/घुमारवीं/बिलासपुर
बिलासपुर के जुखाला में 21 वर्षीय बच्ची पर हुए कातिलाना हमले के बाद, उसी पर एट्रोसिटी का मामला दर्ज कराने पर लोगों नें पुलिस के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। लोगों का कहना है कि, निजी झगड़े के चलते समुदाय विशेष के लोगों नें लड़की को अकेला पाकर डंडो औऱ पत्थरों से हमला कर दिया, उसकी नाक की हड्डी तक तोड़ दी गई। और वह लड़की मुकदमा दर्ज न करा दे इसके लिए न सिर्फ उसपर, बल्कि घर में बैठे उसके परिवार पर भी जातिसूचक शब्द कहने का मामला दर्ज करवा दिया गया।
आरोप है कि पुलिस नें भी लड़की के पक्ष में काम नहीं किया है। स्वर्ण समाज के लोगों नें पुलिस अधीक्षक बिलासपुर के दफ्तर में धरना देकर कहा कि यदि सरकार और पुलिस प्रशासन, इस प्रकार के झूठे मुकदमों को बंद नहीं करता और ऐसे मुकदमे करने पर दलित समुदाय को प्रोत्साहन राशि देना बंद न करता, तो स्वर्ण समाज को प्रदेश में अपनी अदालतें बनाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।












