Himachal News: उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने छोटी काशी (मंडी ) अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव-2025 के अवसर पर आयोजित श्री राज देव माधो राय की पारंपरिक ‘मध्य जलेब’ शोभा यात्रा में शामिल होकर आस्था और संस्कृति की अद्भुत झलक पेश की। इससे पहले उन्होंने राज देवता श्री राज माधो राय मंदिर में पूजा-अर्चना की। यह शोभा यात्रा मंदिर से शुरू होकर पड्डल मैदान में संपन्न हुई, जहां हजारों श्रद्धालुओं ने खिली धूप में भाग लेकर इस परंपरा को और भी गौरवान्वित किया।
मंदिरों के चढ़ावे को लेकर स्पष्टीकरण
पड्डल मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडी शिवरात्रि महोत्सव हमारी आस्था और संस्कृति का प्रतीक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रदेश सरकार ने न तो किसी मंदिर से चढ़ावे का पैसा लिया है और न ही भविष्य में ऐसा करने का कोई इरादा है। उन्होंने कहा, “हम ईश्वर में आस्था रखते हैं और मंदिरों के रखरखाव एवं जीर्णोद्धार के लिए सरकारी कोष से पैसा उपलब्ध कराते हैं। कुछ लोगों की विकृत मानसिकता के कारण यह गलत धारणा फैलाई जा रही है।”
मंडी शिवरात्रि को अंतरराष्ट्रीय पहचान
उप-मुख्यमंत्री ने मंडी शिवरात्रि महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए विधायक चंद्रशेखर और उपायुक्त सहित पूरी टीम की सराहना की। उन्होंने कहा कि ब्यास आरती को नियमित आयोजन बनाने और एक विशेष घाट के निर्माण का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल के स्थानीय कलाकारों को त्योहारों के दौरान उचित मंच उपलब्ध कराने के लिए भाषा विभाग द्वारा एक सूची तैयार की जा रही है।
पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास
अग्निहोत्री ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चल रहे प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि शिमला में 2000 करोड़ रुपये की लागत से रोपवे का निर्माण किया जा रहा है, जबकि कुल्लू में दो नए रोपवे स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा, “पहाड़ों को रोपवे से जोड़कर हम पर्यटकों के लिए यहां की पहुंच को आसान बनाना चाहते हैं।”
शोभा यात्रा में देवी-देवताओं का समागम
महोत्सव में पूरे क्षेत्र से 200 से अधिक देवी-देवताओं ने शिरकत की। शोभा यात्रा में देवलु पारंपरिक परिधान में नृत्य करते हुए आगे बढ़ रहे थे, जो इस आयोजन की रौनक को और बढ़ा रहे थे। इस अवसर पर विधायक धर्मपुर चंद्रशेखर, पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर, एपीएमसी अध्यक्ष संजीव गुलेरिया सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
मुकेश अग्निहोत्री ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि सरकार का उद्देश्य मंदिरों और धार्मिक स्थलों का संरक्षण और विकास करना है, न कि उनके संसाधनों का दुरुपयोग। उन्होंने मंडी शिवरात्रि महोत्सव को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करने का भरोसा दिलाया। यह आयोजन न केवल हिमाचल की संस्कृति को दर्शाता है, बल्कि पर्यटन को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- Stock Market Fraud: मुंबई कोर्ट ने पूर्व SEBI प्रमुख माधबी पुरी बुच और पांच अन्य के खिलाफ FIR दर्ज करने का दिया आदेश..!
- Shimla: होटल के कमरे में लगी आग, ज़िंदा जलकर पर्यटक की दर्दनाक मौत..!
- Himachal: भाजपा में गुटबाजी का बवंडर: रमेश धवाला का बगावती कदम, ‘असली भाजपा’ का ऐलान!
-
Himachal में शराब ठेकों की नीलामी से 2,700 करोड़ राजस्व का लक्ष्य, कैबिनेट बैठक में होगा फैसला..!