Google News Preferred Source
साइड स्क्रोल मेनू

Meerut News : बेटे के साथ पकड़े गए यूपी के ये पूर्व मंत्री, 7 महीने से काट रहे थे फरारी

[ad_1]

Meerut News : बसपा सरकार में मंत्री रहे हाजी याकूब कुरैशी को मेरठ पुलिस ने शुक्रवार रात 2 बजे पुरानी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने याकूब के साथ उनके बेटे इमरान को भी पकड़ा है। पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी पिछले 7 महीने से फरारी काट रहे थे। पूछताछ में उन्होंने बताया कि पुलिस से बचने के लिए वो गुजरात, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्यों में छिपते रहे।

गैंगस्टर एक्ट में हुई थी कार्रवाई

दोनो पिता-पुत्र कुछ समय पहले ही पुरानी दिल्ली के चांदनी महल इलाके में रहने आए थे। दोनो मोबाइल का कम से कम इस्तेमाल करते थे। शुक्रवार रात 2 बजे एसओजी की टीम ने दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। साथ ही उसके बेटे इमरान को भी पकड़ा। दोनों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई हुई थी। पुलिस ने दोनों पर 50-50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। आखिरकार पुलिस ने मीट कारोबारी को बेटे के साथ जेल भेज दिया। अधिकारियों के अनुसार उनकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। लेकिन पिता-पुत्र लगातार अपनी लोकेशन बदल रहे थे, इस कारण पुलिस के हाथ हर बार खाली ही रह जाते।

इसे भी पढ़ें:  Vice Presidential Election: उपराष्ट्रपति पद के लिए इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बने SC के पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी

60 दिन की न्यायिक हिरासत में पिता-पुत्र

हाजी याकूब कुरैशी और उसके बेटे को गैंगस्टर कोर्ट में पेश किया गया था। जहां याकूब पक्ष के वकील की सारी दलीलों को खारिज करते हुए अदालत ने पिता-पुत्र को 60 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इसके बाद कड़ी सुरक्षा में दोनों को जेल भेज दिया गया। याकूब का एक लड़का इमरान उर्फ भूरा पहले से ही जेल में बंद है।

घोषित था 50 हजार का इनाम

पुलिस ने याकूब के मकान की कुर्की करते हुए आरोपियों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया था, जिसे बाद में बढ़ाकर 50 हजार कर दिया था। 31 मार्च 2022 को मेरठ की खरखोदा पुलिस ने हाजी याकूब कुरैशी की मीट फैक्ट्री पर छापा मारा था। इस दौरान पुलिस को फैक्ट्री में अवैध रूप से मीट की कटान व पैकेजिंग होते मिली थी। इसके बाद याकूब कुरैशी की पत्नी संजीदा बेगम, बेटे हाफिज इमरान, फिरोज उर्फ भूरा सहित 17 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसमें से 7 पर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। अदालत ने पूर्व मंत्री की पत्नी को एंटीसिपेटरी बेल दे दी थी, तभी से ये फरार चल रहे थे।

इसे भी पढ़ें:  बिहार से लेकर दिल्ली तक मंदिरों में पहुंचे श्रद्धालु

[ad_2]

Source link

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment