प्रजासत्ता|
सीबीएसई के 12वीं क्लास के एग्जाम को लेकर तारीखों की घोषणा नहीं होने की वजह से छात्र अभी भी दुविधा में हैं। विभिन्न राज्य सरकार सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षा को कराए जाने को लेकर एकमत नहीं हैं। जिसके चलते सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है| परीक्षाएं कब, कैसे और कितने विषयों के लिए आयोजित की जाएंगी इसपर अंतिम फैसला आना अभी बाकी है|
सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को लेकर अब तक दो बार बैठक हो चुकी है| परीक्षाएं कब और कैसे होंगी, इस पर मंथन चल रहा है| हालांकि, 1 जून तक सरकार को परीक्षाओं पर अंतिम फैसला लेना है| बता दें कि पिछली बैठक में CBSE ने 15 जुलाई से 26 अगस्त के बीच 12वीं बोर्ड परीक्षा आयोजित कराने और सितंबर में परीक्षा के नतीजे घोषित करने का प्रस्ताव दिया था| परीक्षा की तिथि घोषित करने के बीच कम से कम 15 दिन का अंतराल छात्रों को दिया जाएगा|
इससे पहले 23 मई को हुई उच्च स्तरीय बैठक में सीबीएसई क्लास 12 एग्जाम (CBSE 12 Exam) में इस बार सिर्फ प्रमुख विषयों की परीक्षा कराये जाने संबंधी दो प्रस्ताव रखे थे। बोर्ड की तरफ से कहा गया था कि ये परीक्षाएं ऑब्जेक्टिव पैटर्न पर और पहले से कम अवधि की हों। स्कूल्स द्वारा ही परीक्षा कराये जाने का भी प्रस्ताव रखा गया था। पहले प्रस्ताव में 19 बड़े विषयों की परीक्षा मौजूदा फॉर्मेट में कराने की बात कही गई थी। दूसरे प्रस्ताव में बडे़ विषयों की परीक्षा अपने स्कूल में ही कराने की बात थी। इसमें परीक्षा की अवधि को घटा कर 90 मिनट किए जाने का प्रस्ताव था।
केंद्र को भेजे गए जवाब में 32 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में से 29 बोर्ड परीक्षा कराए जाने के पक्ष में हैं। वहीं, दिल्ली, महाराष्ट्र, गोवा और अंडमान व निकोबार ने कोरोना महामारी के दौरान मौजूदा परिस्थितियों में बोर्ड परीक्षा कराए जाने का विरोध किया है। दिल्ली सरकार वैक्सीनेशन के बाद ही परीक्षा कराने के पक्ष में है| 25 मई तक सीबीएसई परीक्षा पर राज्यों को अपना प्रस्ताव देना था| अब कभी 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं पर अंतिम फैसला आ सकता है|