Dry Fruits Price Increased in India: त्योहारी सीजन के आगमन के साथ, सूखी मेवों की कीमतों में अचानक वृद्धि ने उपभोक्ताओं को चिंता में डाल दिया है। मिठाइयों के निर्माण के लिए सूखी मेवों की खरीदी करने वाली कंपनियों के लिए इस बढ़ोतरी ने महंगाई ( Dry Fruits Prices Hikes ) की आशंका को जन्म दिया है। इसके परिणामस्वरूप, त्योहारी सीजन में मिठाइयों की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है, जिससे लोगों की जेब पर भारी पड़ सकता है।
विदेशी मुद्राओं की कीमतों और सप्लाई चेन में समस्याएं
हाल की जानकारी के अनुसार, भारतीय रुपए की तुलना में विदेशी मुद्राओं की कीमतें बढ़ गई हैं। इसके अतिरिक्त, सूखी मेवों की सप्लाई (Dry Fruits Supply) में व्यवधान के कारण कीमतों में तेज वृद्धि देखी जा रही है। इस समय बाजार में काजू, किशमिश, बादाम, और अखरोट जैसी सूखी मेवों के दाम में काफी बढ़ोतरी हुई है। विशेषकर, दिल्ली के थोक सूखी मेवों के बाजार खारी बावली में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ईरान, और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों से सूखी मेवों की सप्लाई होती है।
मिठाई की मांग और काजू की कीमतों में वृद्धि ( Dry Fruits Price Hikes )
पिछले 20 दिनों में, काजू और बादाम की मांग में इजाफा हुआ है। खासकर मिठाइयों में उपयोग होने वाले चार टुकड़े काजू की मांग बढ़ गई है। त्योहारी सीजन की शुरुआत को देखते हुए बड़ी कंपनियों ने मिठाइयों की खरीदारी में तेजी ला दी है, जिससे काजू की कीमतें बढ़ गई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में सूखी मेवों की कीमतों में ( Dry Fruits Price Hikes in Future) और बढ़ोतरी हो सकती है, जिसके चलते कई व्यापारी पहले से ही अपने स्टॉक को बढ़ा रहे हैं।
कीमतों में बढ़ोतरी का विवरण ( Dry Fruits Price Hikes in India )
रिटेल कारोबारियों के अनुसार, पिछले 20 दिनों में काजू की कीमत 1,000 रुपए प्रति किलो से बढ़कर 1,200 रुपए प्रति किलो हो गई है। ईरानी मामरा बादाम की कीमत पहले 2,000 रुपए प्रति किलो थी, जो अब 2,600 रुपए प्रति किलो तक पहुँच गई है। सूत्रों के अनुसार, आगामी दिनों में सूखी मेवों की कीमतों (Dry Fruits Price Hikes) में और वृद्धि हो सकती है।
सप्लाई चेन समस्याएं और मुद्रा विनिमय
कारोबारियों ने बताया कि काजू की सप्लाई ज्यादातर दक्षिण अफ्रीका से होती है। हाल ही में सप्लाई में समस्याओं के कारण कच्चे माल की कमी हुई है, जिससे काजू की कीमतों में वृद्धि (Dry Fruits Price Hikes) हुई है। ईरानी मामरा बादाम के दाम में भी बढ़ोतरी का कारण वहां की मुद्रा में उतार-चढ़ाव है।
विदेशी मुद्रा विनिमय की स्थिति
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया एक पैसे कमजोर होकर 83.73 (अस्थायी) के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुँच गया है। अमेरिकी मुद्रा की बढ़ती मांग और भारत से विदेशी पूंजी की भारी निकासी के कारण यह गिरावट आई है। विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, घरेलू मुद्रा में यह गिरावट भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के बाद आई है।
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