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बेटे के निधन से टूट गए थे सतीश, फिर ऐसे…

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Satish Kaushik Son: बॉलीवुड एक्टर और डायरेक्टर सतीश चंद्र कौशिक के निधन से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि पूरे देश में शोक की लहर हैं।

अचानक हुए सतीश के निधन से एक्टर और शानदार निर्देशक के फैंस ही नहीं बल्कि उनका परिवार भी सदमे में हैं। सतीश के निधन से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा हैं। यूं तो सतीश एक बेहतर एक्टर और शानदार निर्देशक थे, लेकिन निजी जीवन में उन पर दुखों के कई पहाड़ टूटे। साथ ही उनके निधन से परिवार भी सदमे में हैं।

जिंदा दिल व्यक्ति थे सतीश

हमेशा अपनी जिंदादिली के लिए जाने वाले सतीश के सभी कायल थे। जिंदा दिल व्यक्ति होने के साथ-साथ वो यारों के यार भी थे, इसलिए सभी के दिलों में बसे थे। सतीश ने अपने करियर में कई सफलताएं हासिल की है।

दो साल की उम्र में ही हो गया था बेटे का निधन

लेकिन अगर उनके निजी जीवन की बात करें तो साल 1985 में सतीश ने शशि कौशिक संग शादी की थी और इसके बाद उन्होंने अपने घर में एक नन्हें मेहमान का स्वागत किया और उनके बेटे शानू कौशिक का जन्म हुआ था। लेकिन सतीश की ये खुशियां ज्यादा दिनों तक टीकी नहीं रही और दो साल की उम्र में ही उनके बेटे की निधन हो गया।

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56 साल की उम्र में सतीश फिर से बने थे पिता

बेटे के निधन ने सतीश को तोड़कर रख दिया और एक्टर बंहद टूट गए। जिगर के टूकड़े के जाने के बाद कई सालों तक सतीश के घर में कोई किलकारी नहीं गूंजी, फिर 56 साल की उम्र में सतीश कौशिक ने सरोगेसी के जरिए अपनी बेटी का स्वागत किया। इसके साथ ही साल 2012 में सरोगेसी के जरिए सतीश कौशिक और शशि कौशिक एक बार फिर पेरेंट्स बन गए। सभी बहुत खुश थे और अब एक्टर की मौत के बाद उनकी पत्नी और बेटी अकेले रह गए हैं।

दिल्ली से सतीश का गहरा नाता

बता दें कि सतीश का हमेशा से ही दिल्ली से गहरा नाता रहा है और उन्होंने अंतिम सांस भी दिल्ली में ही ली हैं। सतीश कौशिक का जन्म साल 1956 में हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हुआ था। साथ ही उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई करने के बाद दिल्ली का रुख किया। इसके बाद दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने एक्टिंग में अपना हाथ आजमाने का फैसला किया और काम किया।

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