Kullu News: हिमाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग ने जिला कुल्लू में पहली बार सुनवाई सत्र का आयोजन किया। अध्यक्ष विद्या ठाकुर की अगुवाई में बुधवार को यह कोर्ट चला, जिसमें लाहौल-स्पीति, कुल्लू और मंडी के 27 केस लिस्टेड थे। इनमें से 18 मामले पेश हुए, जिनमें घरेलू हिंसा, फैमिली झगड़े, प्रॉपर्टी शेयरिंग और बुजुर्गों की देखभाल जैसे मुद्दे प्रमुख रहे।
आयोग चेयरपर्सन विद्या ने बताया कि शिमला में पहले ऐसे सत्र हो चुके हैं, लेकिन कुल्लू का यह पहला मौका था। तीन केसों में पक्षकारों को सुलह के लिए वक्त दिया गया, जबकि बाकी को पुलिस और प्रोटेक्शन ऑफिसर को भेजा गया ताकि आगे की जांच हो सके। उन्होंने कहा कि कुछ विधवाओं को पति की मौत के बाद जमीन का हक नहीं मिला, वहीं बुजुर्ग माता-पिता ने बच्चों की लापरवाही की शिकायत की। आयोग का फोकस महिलाओं को इंसाफ, सुरक्षा और इज्जत दिलाना है।
इस सत्र में आयोग सदस्य रीना धरोच, रीना पुंडीर, मेंबर सेक्रेटरी और लीगल ऑफिसर यशपाल शर्मा समेत अधिकारी मौजूद रहे। यह कदम ग्रामीण महिलाओं के लिए राहत की उम्मीद जगाता है, जहां पारिवारिक झगड़े अक्सर दब जाते हैं। आयोग ऐसी सुनवाइयों को और जिलों में बढ़ाने की योजना बना रहा है।











