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शिमला: गरीब के लिए लगने वाला लंगर अब नही लगेगा , सरकार और शिमला पुलिस की शर्मनाक हरक़त

आइजीएमसी लंगर विवाद पर सरकार ने मांगी रिपोर्ट

प्रजासत्ता ब्यूरो।शिमला
शनिवार को आईजीएमसी की पार्किंग में कुछ ऐसा हुआ, जिससे शिमला पुलिस को शर्मिंदगी महसूस करनी पड़ सकती है। आपको खबर के शुरू में ही बता दें कि इस मामले में शिमला पुलिस का पक्ष नहीं मिला है। मिलने की स्थिति में प्रकाशित किया जाएगा।

दरअसल हुआ यूं कि सबसे वेले आदमी के रूप में पहचान रखने वाले सरबजीत सिंह बाॅबी द्वारा पिछले विवाद के बाद आईजीएमसी अस्पताल के नीचे डेंटल अस्पताल व काॅलेज की पार्किंग में लंगर चलाया जा रहा था। अचानक ही दर्जनों पुलिस कर्मियों ने मौके पर दबिश दी। साथ ही वहां से लंगर के बर्तनों व खाने के सामान को बेरहमी से बगैर सोचे फैेंक दिया। अगर सरबजीत सिंह बाॅबी की मानें तो रोजाना करीब 3 हजार जरूरतमंद लोग लंगर को ग्रहण कर रहे थे।

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इस मामले में सरबजीत सिंह बाॅबी ने भी यह साफ कर दिया है कि अब वो विरोध के लिए धरना नहीं देंगे। अगर, आवश्यकता है तो कोई भी विरोध कर ले, क्योंकि वो किडनी ट्रांसप्लांट के बाद स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। बाॅबी ने ये भी साफ कर दिया है कि उन्हें इस बारे कोई फोन न किया जाए। अलबत्ता, अपनी एक पोस्ट में ये जरूर कहा कि 25 अक्तूबर 2014 से लगातार इस लंगर का आयोजन करते आ रहे हैं।

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