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बेरोजगारी के मुद्दे को क्षेत्रवाद की लड़ाई न बनने दें :– आशीष कुमार

आशीष कुमार सयोजक, दलित शोषण मुक्ति मंच सिरमौर

– सरकार को तुरन्त हस्तक्षेप करके समाधान करने को कहा

सीपीआईएम पच्छाद कमेटी के सचिव आशीष कुमार ने जारी एक प्रेस ब्यान मे कहा कि दो टैक्सी यूनियनों के बीच चल रहे विवाद को सरकार जल्द से जल्द सुलझाने कि कोशिश करनी चाहिए और सरकार मे जिम्मेवार लोगों को बेहूदा ब्यान बाजी से भी बचना चाहिए

सीपीआईएम सचिव पच्छाद आशीष कुमार ने कहा कि दो टैक्सी यूनियनों के के बीच विवाद को क्षेत्रवाद का मुद्दा बनाना अत्यंत खेदजनक है। इस मुद्दे को शीघ्र सुलझाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा क्षेत्रवाद का नहीं है बल्कि रोजगार का है। बेरोजगारी से जूझ रहे युवा रोजगार की प्रतिस्पर्धा के कारण एक दूसरे से उलझते हैं। युवाओं का आक्रोश और गुस्सा व्यवस्था के खिलाफ उठने के बजाय आपस में एक-दूसरे पर उतरता है। जिसका लाभ राजनैतिक लोग जनता को आपस में लड़ा कर उठाते हैं। ताकि लोग विकास, रोज़गार की बात करने के बजाय या उनसे सवाल पूछने के बजाय आपस में उलझे रहें। यही इस मामले में भी हुआ है। जनता को भड़का कर नेता मौन हो गए हैं और जनता आपस में लड़ रही है।
आशीष कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश एक शांतिप्रिय प्रदेश है यहां इलाकावाद की राजनीति के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए। शिमला प्रदेश की राजधानी है जहां किसी भी क्षेत्र के लोगों को रोज़गार के अवसर पाने का हक है।

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आशीष कुमार ने राजनेताओं को सलाह दी कि उन्हें विवादित बयानों से बचना चाहिए। अपने राजनैतिक लाभ और लालच के लिए प्रदेश के सौहार्द को बिगाड़ना उचित नहीं है। बल्कि शिमला के आसपास का इलाका जो सिरमौर के दुर्गम क्षेत्रों की तरह ही विकास और रोज़गार के अवसरों से वंचित रहा है। और जहां रोज़गार की अपार संभावनाओं के बावजूद शिक्षा की खस्ता हालत के कारण यहां के युवाओं को उचित अवसर नहीं मिल पा रहे हैं, उसमें सुधार के लिए प्रयास करने चाहिए।

आशीष कुमार ने इस मामले में मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप का आग्रह किया है और सरकार का पक्ष स्पष्ट करने को कहा है।

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