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DGP संजय कुंडू ने सांझा की अपनी यादें

प्रजासत्ता ब्यूरो शिमला।
कुंडू ने कहा कि मंडी आकर उन्हें काफी अच्छा लगता हैं, क्योंकि उनके बच्चे यहां पढ़े हैं और पत्नी ने भी बतौर शिक्षिका अपनी सेवाएं यहां दी हैं। मंडी. ’’मेरा पीएसओ कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बन गया, मैं एसपी से डीजीपी (DGP) बन गया और जयराम ठाकुर एमएलए से सीएम बन गए, तो कैसी बात है, एवरीवन हैज़ ग्रोन।’’ पुरानी यादों को ताजा करते हुए यह बात डीजीपी संजय कुंडू ने मंडी में पत्रकारों के साथ सांझा की।

डीजीपी बनने के बाद पहली बार मंडी आए संजय कुंडू ने अपने उस दौर को याद किया, जब 1998 में वह यहां के एसपी हुआ करते थे. संजय कुंडू ने बताया कि बतौर एसपी उनका मंडी में कार्यकाल बेहतरीन रहा. फोर्स से लेकर आम जनता और राजनेताओं का उन्हें भरपूर सहयोग मिला. उन्होंने बताया कि आज भी मंडी के कई मित्र उनके संपर्क में हैं और वह उनसे मंडी का हालचाल जानते रहते हैं।

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कुंडू ने अटल टनल रोहतांग के उद्घाटन का एक किस्सा भी पत्रकारों के साथ सांझा किया. उन्होंने बताया कि जब वह सीएम जयराम ठाकुर के साथ लाहुल गए तो वहां उन्हें मोती राम मिला जो कभी उनका पीएसओ हुआ करता था और आज सब इंस्पेक्टर बनकर एसएचओ लाहौल के पद पर कार्यरत है।

कुंडू ने बताया कि उन्होंने मोती राम को सीएम जयराम ठाकुर से मिलाया और कहा- ’’सर, कभी ये मेरा पीएसओ हुआ करता था और आज एसएचओ बन गया है. मैं कभी एसपी था और आज डीजीपी बन गया हूं और आप कभी एमएलए होते थे आज आप सीएम बन गए हैं. तो कैसी बात है, एवरीवन हैज़ ग्रोन.’’
कुंडू ने कहा कि मंडी आकर उन्हें काफी अच्छा लगता हैं, क्योंकि उनके बच्चे यहां पढ़े हैं और पत्नी ने भी बतौर शिक्षिका अपनी सेवाएं यहां दी हैं.

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मुझे महिलाओं से जुड़े विषयों पर लिखना बेहद पसंद है। महिलाओं की ताकत, उनकी चुनौतियों और उनकी उपलब्धियों को उजागर करने में विश्वास करती हूँ। मेरे लेखन का उद्देश्य महिलाओं की आवाज़ को मजबूती से पेश करना और समाज में उनकी भूमिका को पहचान दिलाना है।

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