प्रजासत्ता नेशनल डेस्क |
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर भी पार्टी संगठन के लोगों की नजर बनी हुई है। शुक्रवार को राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद को लेकर बड़ा बयान दिया है। कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी से जब पूछा गया कि क्या वे कांग्रेस के अध्यक्ष बनेंगे? तो उन्होंने संकेत दिया कि वे पार्टी प्रमुख के पद के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष बनूंगा या नहीं, यह तब स्पष्ट होगा जब पार्टी के चुनाव (पद के लिए) होंगे।
तमिलनाडु में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष मामले पर कहा, “मैंने तय कर लिया है कि मुझे क्या करना है। मैं कांग्रेस का अध्यक्ष बनूंगा या नहीं, यह बात तब पता चल जाएगी जब कांग्रेस के संगठन चुनाव होंगे। अगर मैं नामांकन नहीं करता तब आप सवाल पूछ सकते हैं। मुझे क्या करना है, इसे लेकर मैं पूरी तरह से क्लियर हूं। मेरे दिमाग में कोई कन्फ्यूजन नहीं है।”
उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि भाजपा ने इस देश के सभी संस्थानों को अपने नियंत्रण में ले लिया है और उनके माध्यम से दबाव डाल रही है। हम अब एक राजनीतिक दल से नहीं लड़ रहे हैं। अब यह लड़ाई भारतीय राज्यों की संरचना और विपक्ष के बीच है।
राहुल गांधी ने कहा कि सच कहूं तो कई हजार वर्षों से दो अलग-अलग दृष्टिकोणों के बीच लड़ाई चल रही है और यह जारी रहेगी। भारत के दो अलग-अलग दृष्टिकोण हैं, एक दृष्टिकोण कठोर और नियंत्रित करने वाला है जबकि दूसरा मिश्रित और खुले विचारों वाला है। ये लड़ाई जारी रहेगी।
कांग्रेस की ओर से घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, 22 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होगी, 24 सितंबर से नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं और यदि एक से अधिक उम्मीदवार हुए तो 17 अक्टूबर को मतदान होगा।
कांग्रेस पार्टी में लगातार बड़े नेता और कार्यकर्ता राहुल गांधी से अध्यक्ष पद को संभालने की मांग कर रहे हैं। वहीं अध्यक्ष पद को लेकर कई अन्य नेताओं के भी नाम चल रहे हैं। अशोक गहलोत, मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल हैं।
दरअसल वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल ने कांग्रेस प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया था और उसके बाद से राहुल की मां सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदार संभाल रही हैं।