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फिर बेनतीजा रही अडानी ग्रुप व ट्रक ऑपरेटरों की बिलासपुर में चली बैठक

एशिया की सबसे बड़ी ट्रक यूनियन ने कम किया मालभाड़ा

बिलासपुर|
हिमाचल में सीमेंट फैक्ट्री विवाद को लेकर अडानी ग्रुप व ट्रक ऑपरेटरों के बीच बैठकों का दौर जारी हैं। कई दौर की बैठकों के बाद भी अडानी ग्रुप और ट्रक ऑपरेटरों के बीच तालमेल नहीं बैठ रहा हैं।
यही कारण रहा कि शुक्रवार को भी डीसी बिलासपुर की अध्यक्षता में हुई अडानी ग्रुप व ट्रक ऑपरेटरों की बैठक बेनतीजा रही है। उल्लेखनीय है कि सरकार की मध्यस्थता के बाद भी अदाणी समूह अपनी शर्तों पर अड़ा है।

मिली जानकारी के अनुसार एससीसी फैक्ट्ररी विवाद को लेकर बचत भवन में करीब 3 घंटे तक बैठक चली। ट्रक ऑपरेटर भाड़े की मांग को लेकर अड़े हैं। अडानी ग्रुप की बड़ी गाड़ियों के लिए 9 रुपए 30 पैसे और छोटी गाड़ियों का 10 रुपए 20 पैसे रेट देने की बात कही हैं। वहीं ट्रक ऑपरेटर 10 रुपए 71 पैसे का रेट मांग रहे है। फिलहाल जिला प्रशासन लगातार दोनों पक्षों के बीच समझौता करवाने का प्रयास कर रहा है। उम्मीद की जा रही हैं कि शाम तक फैक्ट्री को चलाने के लिए कोई बड़ा फैसला आ सकता हैं।

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बता दें कि हिमाचल में दो महीने से भी ज्यादा वक्त हो गया है और अडानी ग्रुप के दो सीमेंट प्लांट अंबुजा और एसीसी बंद पड़े है। जिसका पुरे प्रदेश की आर्थिकी पर असर पड़ा है। प्लांट बंद होने से हजारों लोगों की आमदनी घटी है। इसमें ढाबा संचालक, मेकेनिक, चाय ब्रेड विक्रेता, सब्जी और फल विक्रेता, ट्रकों के कलपुर्जे बेचने वाले छोटे व्यवसायी भी शामिल हैं। इसके आलावा प्लांट बंद होने से ऑपरेटरों पर सरकारी बैंकों और निजी फाइनेंस कंपनियों का 98 करोड़ रुपये का कर्ज है। हालात यह हैं कि ऑपरेटर जिन पेट्रोल पंपों से गाड़ियों में डीजल भरवाते थे, उनकी भी पांच करोड़ की देनदारी है।

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