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कोरोना के बाद एक और वायरस का अटैक, जान लें लक्षण बचाव के उपाय

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H3N2 influenza: कोरोना वायरस से राहत मिलने के बाद दुनिया फिर से सामान्य हो गई है। लोगों को लग रहा था कि अब वायरस का खौफ खत्म हो गया है। लेकिन इन्फ्लूएंजा वायरस H3N2 ने फिर से चिंता बढ़ा दी है। बताया गया है कि कर्नाटक के हासन के रहने वाले एक 82 वर्षीय व्यक्ति की इस वायरस से मौत की पुष्टि हुई है। कई और मौत की खबर आई है। इस वायरल बीमारी से अब तक 6 लोगों की मौत हो गई है। सूत्रों के मुताबिक कर्नाटक, पंजाब और हरियाणा में H3N2 से मौत हुई है।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि फ्लू की वैक्सीन लगवाने से इन दोनों ही वायरस से बचाव किया जा सकता है।मौसम बदलने पर फ्लू के मामले बढ़ते जरूर हैं, लेकिन इस बार कुछ ज्यादा ही मरीज सामने आ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में सर्दी-खांसी और बुखार के मरीजों के संख्या काफी देखी गई। एक्सपर्ट्स का कहना है कि H3N2 के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। कोरोना और इस वायरस में अंतर कर पाना काफी मुश्किल है। दोनों से सिमटम एक जैसे ही है।

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इस बीच 67 दिन बाद कोरोना के एक्टिव केस 3 हजार से ज्यादा हो गए हैं। कोविड मामलों में अचानक वृद्धि के साथ-साथ H3N2 वायरस के मामलों में भी वृद्धि हुई है, जो चिंता बढ़ाने वाली है।

H3N2 virus क्या है?

यह एक इन्फ्लूएंजा वायरस है जो श्वसन में संक्रमण पैदा करता है। यह वायरस पक्षियों और जानवरों को भी संक्रमित कर सकता है। पक्षियों और दूसरे जानवरों में इसके कई स्ट्रेन्स पैदा हो चुके हैं। H3N2 वायरस इन्फेलूएंजा-ए वायरस का सबटाइप है। WHO और अमेरिका के CDC के मुताबिक, यह मनुष्यों में इन्फ्लूएंजा का अहम कारण है।

H3N2 virus के लक्षण क्या हैं?

-बुखार से लेकर गंभीर निमोनिया
-एक्यूट रेस्पीरेटरी डिसट्रेस सिंड्रोम
-नाक बहना, तेज बुखार
-चेस्ट में कफ
-गले में खराश और थकावट

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कैसे करें बचाव?

-मास्क लगाएं और भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाएं
-हाथ मिलाने से बचे
-आसपास या नजदीक बैठकर खाना न खाएं
-बार-बार अपनी आंखों और नाक को छूने से बचें
-बुखार होने पर डॉक्टर की सलाह लें

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