PM Modi Vocal for Local: पीएम मोदी ने रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए स्वदेशी और मेक इन इंडिया के महत्व पर जोर दिया। इस दौरान उन्होंने अहमदाबाद के हंसलपुर में स्थित सुजुकी मोटर प्लांट में बने पहले बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (बीईवी) ‘ई-विटारा‘ को हरी झंडी दिखाई। यह ईवी दुनिया के 100 देशों में निर्यात किया जाएगा।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अब दुनिया के दर्जनों देशों में जो ईवी चलेगी, उसमें मेड इन इंडिया लिखा होगा। इसके साथ ही उन्होंने मेड इन इंडिया पर जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि ‘स्वदेशी’ ही मंत्र होना चाहिए। निवेश कोई भी करें पसीना भारत का होना चाहिए।
मोदी ने कहा कि ये त्योहार हमारी संस्कृति का हिस्सा हैं, लेकिन इन्हें आत्मनिर्भरता का जश्न भी बनाना चाहिए। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि जो भी वस्तुएं खरीदी जाएंगी, वे ‘मेड इन इंडिया’ और स्वदेशी हों। उन्होंने व्यापारियों से यह भी कहा कि वे विदेशी वस्तुएं न बेचें।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की मेक इन इंडिया यात्रा अब ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ के लक्ष्य की ओर एक बड़ी छलांग लगा रही है। उन्होंने बताया कि भारत में बने इलेक्ट्रिक वाहन अब 100 देशों को निर्यात किए जाएंगे। यह सिर्फ तकनीकी उपलब्धि ही नहीं, बल्कि भारत के श्रमिकों, इंजीनियरों और उद्यमियों की मेहनत और सामर्थ्य का परिणाम है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि छोटे कदम भी देश की तरक्की और समृद्धि में बड़ा योगदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को गर्व महसूस होना चाहिए कि उनके यहां ‘मुझे स्वदेशी मिलता है’ लिखा हो। मोदी का यह अभियान ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘मेक इन इंडिया’ का हिस्सा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरी स्वदेशी की परिभाषा बहुत सिंपल है। पैसा किसका लगता है, उससे मुझे कोई लेना देना नहीं है। पैसा ‘काला’ है, ‘गोरा’ है… मुझे कोई लेना देना नहीं है। देखिये इस पुरे बयान को
मेरी स्वदेशी की परिभाषा बहुत सिंपल है, पैसा किसका लगता है, उससे मुझे कोई लेना देना नहीं है.
पैसा ‘काला’ है, ‘गोरा’ है… मुझे कोई लेना देना नहीं है।
– नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/oTxjmRidJ9— Prajasatta (@prajasattanews) August 27, 2025
जापान करेगा 70,000 करोड़ का निवेश
बता दें कि जापान की सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन ने अगले 5-6 सालों में भारत में 70,000 रुपये करोड़ के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लिए ‘मेक इन इंडिया’ पहल ने वैश्विक और घरेलू, दोनों ही निर्माताओं के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया है और दुनिया भारत में निर्मित इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाएगी।












