Success Story: हिमाचल प्रदेश के कसौली उपमंडल की ग्राम पंचायत चंडी के छोटे से गाँव बाउंटड़ा की बेटी नेहा ने अपनी मेहनत और लगन से डॉक्टर बनकर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। नेहा की यह उपलब्धि नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बन गई है, जो यह साबित करती है कि दृढ़ निश्चय के साथ कोई भी सपना असंभव नहीं है।
नेहा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सीनियर सेकेंडरी स्कूल, चंडी से पूरी की है। इसके बाद उन्होंने नाहन मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। अपनी पढ़ाई के दौरान उन्होंने कठिन परिश्रम और समर्पण का परिचय दिया। अब वह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) बाबा हरिपुर में बतौर डॉक्टर अपनी सेवाएं देंगी, जहां वह स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी।
नेहा के पिता मनसा राम पंजाब नेशनल बैंक में प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं, जबकि उनकी माता मीना देवी एक गृहिणी हैं। नेहा के एक भाई और एक बहन भी हैं, जो उनकी इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं। परिवार का कहना है कि नेहा ने अपनी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है, जो गाँव की अन्य बेटियों के लिए भी एक मिसाल है।
नेहा की इस उपलब्धि से गाँव बाउंटड़ा और चंडी पंचायत में खुशी की लहर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नेहा ने न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। उनकी नियुक्ति बाबा हरिपुर PHC में होने से स्थानीय समुदाय को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलने की उम्मीद है।
नेहा की कहानी उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणादायक है जो छोटे शहरों या गाँवों से आकर बड़े सपने देखते हैं। उनकी इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया है कि शिक्षा और मेहनत के दम पर कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। नेहा अब अपने गाँव की बेटियों के लिए एक रोल मॉडल बन गई हैं, जो उनके नक्शेकदम पर चलकर अपने सपनों को पूरा करना चाहती हैं।
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