HPU News: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में शनिवार को स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं ने शिमला शहरी विधायक और विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद (ईसी) के सदस्य हरीश जनारथा का घेराव किया। एसएफआई कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर पुस्तकालय के बाहर एकत्र हुए थे और उन्होंने जनारथा के खिलाफ नारेबाजी भी की।
इस दौरान पुलिस की क्विक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी) और प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच तनाव बढ़ गया, जिसके चलते धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई। इस झड़प में कुछ छात्र-छात्राओं को मामूली चोटें भी आईं। छात्रों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने न केवल पुरुष छात्रों, बल्कि छात्राओं के साथ भी बदसलूकी की।
एसएफआई लंबे समय से विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव बहाल करने की मांग कर रही है। इस मांग को लेकर कार्यकर्ताओं ने धरना शुरू कर दिया। दूसरी ओर, विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ ने भी 24 घंटे के अनशन के साथ अपनी मांगें उठाईं। शिक्षक संघ ने काले बैनर प्रदर्शित कर ईसी की बैठक में शामिल होने आए सदस्यों को मांगपत्र सौंपे और मांगें पूरी न होने पर बैठक का विरोध किया।
एसएफआई के जिला अध्यक्ष विवेक नेहरा और राज्य महासचिव सन्नी सेक्टा ने सभा को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन की नाकामियों और छात्रों की समस्याओं को उजागर किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन छात्रों और शिक्षकों की जायज मांगों को लगातार अनदेखा कर रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस की ओर से इस मामले पर अभी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। खबर इखे जाने तक HPU परिसर में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, और आगे के घटनाक्रम पर सभी की नजरें टिकी हैं।












