Himachal News: हिमाचल की सियासत में पाइप वाली छत को लेकर फिर गरमा गई है। वजह बनी कुल्लू के निरमंड में जल शक्ति विभाग की इमारत। दरअसल, सोशल मीडिया पर कुछ फोटो वायरल हो रही हैं, जिनमें ऑफिस की छत बनाने में IPH विभाग की पानी की पाइपें इस्तेमाल हुई दिख रही हैं। विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने इसे भ्रष्टाचार का बड़ा उदाहरण बताया, तो उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने पुरानी सरकार पर ठीकरा फोड़ा।
नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार को घेरकर कहा, “देखिए ये तस्वीरें! जल शक्ति विभाग की इमारत की छत में विभाग की ही पाइपें डाली गई हैं। ये सरासर गैरकानूनी है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री बताएं – ये भ्रष्टाचार है या उनका नया ‘व्यवस्था परिवर्तन मॉडल’?”
उन्होंने तंज कसा, “चहेते ठेकेदारों को खुली छूट। जो मन में आए, करो। सरकार भ्रष्टाचार पर क्या कार्रवाई कर रही है? कुछ नहीं! और सुनिए – इसी व्यवस्था परिवर्तन में जूनियर अफसर को एडीएम बना दिया, सीनियर को एसडीएम। प्रदेश को भगवान भरोसे छोड़ दिया। ऐसी सरकार से भगवान ही बचाए!”
जयराम ठाकुर ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा “वायरल हो रही इस तस्वीर के बारे में मुख्यमंत्री जी और उपमुख्यमंत्री जी बताएँ कि यह घोटाला है या व्यवस्था परिवर्तन। यह निर्माणाधीन भवन कुल्लू जिला के निरमंड स्थित जलशक्ति विभाग का कार्यालय बताया जा रहा है। लोगों का आरोप है कि ग़ैर क़ानूनी तरीके से भवन के छत निर्माण में जल जीवन मिशन की पाइपों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
मामले की तस्वीर सोशल पर वायरल हुई तो उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने तुरंत पलटवार किया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया जारी एक बयान में कहा, “माननीय जयराम जी, आप जैसे बड़े नेता को शोभा नहीं देता कि विभाग की इज्जत से खेलें। सच ये है कि वो छत 1990-91 में बनी थी – जब आपकी बीजेपी की सरकार थी।”
उन्होंने बताया, “35 साल बाद छत में रिसाव हुआ। मरम्मत के लिए खोला तो पुरानी पाइपें निकलीं। अब हम उसे पूरी तरह बदल रहे हैं। ट्रस हटा रहे हैं, नई CGI शीट लगा रहे हैं। सब कुछ साफ-सुथरा हो रहा है।” मुकेश ने चुटकी ली, “सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने से पहले थोड़ा होमवर्क कर लिया होता तो अच्छा था। पुरानी बात को नया बताकर भ्रम न फैलाएं।”










