Chamba News: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले की राजनीति में एक वायरल वीडियो ने नया मोड़ पैदा कर दिया है। चुराह से भाजपा विधायक डॉ. हंस राज पर यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच अचानक सामने आए एक वीडियो में, भाजपा एससी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश रावत को उसी युवती को रात करीब दो बजे एक होटल छोड़ते देखा गया है, जिसने विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
यह वीडियो अब महज एक घटना का रिकॉर्ड नहीं रह गया है, बल्कि भाजपा के भीतर गहरी पैठ बना चुकी गुटबाजी और आपसी टकराव का खुला प्रमाण बन गया है। इसने साफ कर दिया है कि चुराह में भाजपा दो अलग-अलग धड़ों में बंटी हुई है।
जिस रात युवती ने महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई, उसी दिन पार्टी के एक प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी द्वारा उसे होटल पहुंचाना संयोग से ज्यादा लगता है। यह घटना पार्टी के भीतर चल रही उस खामोश लड़ाई को सामने लाती है, जहां व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाएं अब संगठन के हितों से ऊपर दिखाई दे रही हैं।
मामला अब स्थानीय स्तर से निकलकर प्रदेशभर में चर्चा का विषय बन गया है। पार्टी के उच्च नेतृत्व से लेकर जिला इकाई तक सभी को स्पष्ट संदेश मिल चुका है कि यह अब एक व्यक्तिगत विवाद नहीं, बल्कि संगठनात्मक अनुशासन और एकता के लिए चुनौती बन गया है। विपक्ष के लिए यह भाजपा पर हमला बोलने का एक बड़ा मौका है, लेकिन असली परीक्षा पार्टी के अपने अंदरूनी सामंजस्य की है।
बता दें कि चुराह में भाजपा लंबे समय से दो धड़ों में बंटी मानी जाती रही है एक विधायक के समर्थन में और दूसरा उनके खिलाफ। इस वीडियो के आने के बाद यह विभाजन अब पूरी तरह सतह पर आ चुका है। सवाल यह उठ रहा है कि पार्टी संगठन ने समय रहते इन दरारों को पाटने के लिए ठोस कदम क्यों नहीं उठाए।
पार्टी नेता नरेश रावत का पक्ष
एक मीडिया में छपी खबर के मुताबिक नरेश रावत ने इस पूरे प्रकरण में अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए बताया, “उस रात मैं आपातकालीन एंबुलेंस के साथ चंबा मेडिकल कॉलेज में मौजूद था, जहां पीड़ित युवती का चिकित्सकीय परीक्षण चल रहा था। इसी दौरान युवती ने अपने पिता को फोन किया और बताया कि मैं वहां हूं। उसके पिता ने मुझसे सीधे बात करके अनुरोध किया कि चूंकि उनकी बेटी अकेली है, इसलिए मैं उसे सुरक्षित होटल पहुंचा दूं।”
उन्होंने आगे कहा, “मेडिकल जांच पूरी होते ही मैं एक महिला पुलिसकर्मी की मौजूदगी में उस युवती को होटल छोड़ने गया। इन आधारहीन आरोपों से मेरा नाम जोड़ना अनुचित और भ्रामक है। मैं डॉ. हंस राज के कृत्यों का कड़ा विरोध करता हूं। एक समाजसेवी के रूप में और चूंकि पीड़िता का पिता भी एक भाजपा कार्यकर्ता है, उसकी सहायता करना मेरा नैतिक दायित्व था।”
इस वीडियो के सामने आने के बाद चुराह विधानसभा क्षेत्र की भाजपा की वर्षों पुरानी अंदरूनी कलह अब पूरी तरह से सार्वजनिक हो गई है। जिस तनाव को पार्टी नेतृत्व अक्सर ‘स्थानीय मतभेद’ कहकर टालता रहा, वह अब एक सार्वजनिक विवाद का रूप ले चुका है।












