Delhi AQI: दिल्ली में स्मॉग की एक घनी चादर छा गई, जिससे पहले से खराब वायु गुणवत्ता और भी बिगड़ गई। समाचार एजेंसी ‘एएनआई’ की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार (15 दिसंबर) सुबह दिल्ली में वायु गुणवत्ता बेहद खराब रही। एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) कई इलाकों में ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सुबह 8 बजे दिल्ली का औसत AQI 452 था, जबकि वजीरपुर में यह 500 तक पहुंच गया। आनंद विहार (493), आरके पुरम (477), द्वारका सेक्टर 8 (462) और चांदनी चौक (437) जैसे इलाकों में भी वायु गुणवत्ता बेहद खराब रही।
स्थानीय निवासियों ने एएनआई से बातचीत में बताया कि उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही है, और बुजुर्गों की हालत बिगड़ रही है। कई लोगों ने निर्माण कार्यों के चलते प्रदूषण बढ़ने पर नाराजगी जताई और अधिकारियों से इसकी शिकायत करने की बात कही। इस बीच, घने स्मॉग और कोहरे के कारण विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को बाहर न निकलने, एन95 मास्क पहनने और घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। 14 दिसंबर को भी दिल्ली का AQI 461 दर्ज किया गया था।
दिल्ली में कब मिलेगी स्मॉग से राहत?
इस हफ्ते दिल्ली में स्मॉग की एक घनी चादर छा गई, जिससे पहले से खराब वायु गुणवत्ता और भी बिगड़ गई। अधिकारियों ने इस समस्या के लिए मौसम के हालात को जिम्मेदार ठहराया। उच्च नमी, हवा की गति में कमी और तापमान में गिरावट के कारण यह स्थिति बनी।
रायटर्स की एक खबर के मुताबिक अधिकारियों के अनुसार, प्रदूषण ने भी स्मॉग की स्थिति में योगदान दिया। स्विस संस्था आईक्यूएयर के सूचकांक के अनुसार, बीते 13 नवंबर को दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बन गई थी। उस दिन शहर की वायु गुणवत्ता पहली बार “गंभीर” श्रेणी में पहुंच गई थी, जिसका मतलब है सूचकांक पर 400 से अधिक का स्कोर।
बता दें कि 50 से नीचे का स्कोर अच्छा माना जाता है। घना स्मॉग दिल्ली के अलावा पंजाब, उत्तर प्रदेश और अन्य उत्तर भारतीय इलाकों में भी देखने को मिला। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में भी इसी प्रकार की स्थिति रही। अधिकारियों का अनुमान है कि अगले कई दिनों तक दिल्ली का प्रदूषण “गंभीर” श्रेणी में ही रहेगा, लेकिन उसके बाद स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है।
अधिकारियों को उम्मीद है कि हवा की रफ्तार बढ़ने और प्रदूषण में सुधार से दिल्ली का स्मॉग छंट जाएगा और स्थिति में सुधार होगा। हालांकि, यह हर साल की समस्या बनी रहती है, और सर्दियों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता में इस तरह की गिरावट का कोई स्थायी समाधान अब तक सामने नहीं आया है।












