सरकारी संस्थानों का निजीकरण कर सारे दायित्वों से बचने की कोशिश कर रहे पीएम मोदी और उनकी सरकार :- लबली कटोच

कांगड़ा।
कांगड़ा जिला के पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता लवली कटोच ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सब कुछ प्राइवेट कर दिया गया, सारे सरकारी संस्थानों का निजीकरण कर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार सारे दायित्वों से बचने की कोशिश कर रही है। जैसे कर्मचारियों को पेंशन देने से छुटकारा और बहुत सारी नौकरी के दौरान सरकारी सुविधाएं कर्मचारियों को मिलती थी सबको बंद कर सरकार इससे काफी मुनाफा होगा सिर्फ एक आर्मी ही ऐसी बची है जो सरकारी है और जिसमें पेंशन मिलेगी।

पहले देश के नागरिकों का 50 प्रतिशत से ऊपर गुजारा सरकारी नौकरी से चलता था। किसी एक परिवार में कोई एक सरकारी नौकरी होता था तो उससे उसकी एक और पीढ़ी निकल जाती थी उसकी कमाई और उसकी पेंशन के जरिए। लेकिन अब यह सारी व्यवस्था खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश में बदलाव इस तरीके का ला रहे हैं यह अभी देश की आर्थिक स्थिति के लिए ठीक नहीं है। क्योंकि यह विदेशों जो अमीर देश है वहां पर तो सही है क्योंकि वहां पर प्रति व्यक्ति आय ज्यादा है।

उन्होंने कहा कि मोदी जी का मानना है कि ऐसा करने से जो काम कर सकता है वही काम आएगा जो नहीं कर सकता है वह कुछ नहीं करेगा आने वाले समय में देश की परिस्थितियां क्या होगी। देश के लोगों को इस पर सोचिना होगा, कम से कम इसके प्रति आवाज उठानी होगी नही तो कुछ भी नहीं बचेगा।

सभी लोगों के घर में पीछे सरकारी नौकरी करने वाले होंगे, देखिए उनसे कुछ ना कुछ फायदा फैमिली के लिए हुआ ही होगा उनकी सैलरी से उनकी फैसिलिटी से उनकी पेंशन से प्राइवेट नौकरी में पेंशन वगैरा कुछ नहीं होती है जब तक आदमी ड्यूटी जाता है तभी तक पैसे मिलते हैं अगर सरकारी नौकरी खत्म करनी है तो सबसे पहले जितने भी देश के विधायक मंत्री विधानसभा और राज्यसभा लोकसभा में जितने भी सदस्य हैं उन सब की पेंशन रद्द की जाए। इन सब को प्राइवेट किया जाए फ्री में काम लिया जाए जितने भी बड़े अधिकारी हैं उन सब की पेंशन बंद की जाए उसके बाद फ्री सारी व्यवस्थाएं देश में लागू की जाए।

Tek Raj
संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 8 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।
- Advertisement -