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पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा 40 हजार की रिश्वत लेने वाला पटवारी

रिमांड

प्रजासत्ता। बिलासपुर
बिलासपुर जिला में 40 हजार की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किए गए पटवारी को अदालत ने 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। झंडूता विकासखंड के अंतर्गत झबोला पटवार वृत्त में कार्यरत आरोपी पटवारी पंकज को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए गए। अब उसे 29 जून को दोबारा अदालत में पेश किया जाएगा।

बता दें कि बीते कल हिमाचल प्रदेश की स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर जिले में एक पटवारी को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। शिकायत मिलते ही एक्शन मोड में आए विजिलेंस विभाग ने ट्रैप लगाकर पटवारी को रिश्वत राशि के साथ दबोच था| जानकारी के अनुसार पटवार वृत्त झबोला में कार्यरत पटवारी पंकज कुमार झंडुता के गांव वांडा का रहने वाला है। यह पटवारी अभी तक अनुबंध पर ही अपनी सेवाएं दे रहा था।

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मिली जानकारी के मुताबिक बिलासपुर जिले के झंडूता विस क्षेत्र के झबोला के पटवारी ने दसलेहड़ा के एक व्यक्ति से जमीन की रजिस्टरी की सेटलमेंट करवाने के एवज से 50 हजार रुपये मांगे थे। इसके बाद 40 हजार में सौदा तय हुआ था। शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी विजिलेंस को दी। गुरुवार को विजिलेंस की टीम ने पटवारी को 40 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पटवार वृत्त झबोला के पटवारी पंकज कुमार को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया।

प्राप्त जानकारी मुताबिक शिकायतकर्ता सुशील कुमार पुत्र हेमराज निवासी गांव व डाकघर दसलेहड़ा तहसील झंडुता ने सतर्कता विभाग को दिए शिकायत पत्र में शिकायतकर्ता ने कहा है कि कुछ समय पूर्व उसने तलाई में जमीन खरीदी थी। जमीन का विक्रय पत्र बनने के उपरांत विक्रय पत्र पटवार सर्कल झबोला के पटवारी पंकज कुमार के पास दर्ज करने के लिए पेश किया गया। उसके बाद राजस्व अधिकारी द्वारा इस जमीन का इंतकाल खरीदार के नाम अमल में लाया जा चुका था। इंतकाल हो जाने के उपरांत मामले के आरोपी पंकज कुमार ने रिश्वत लेने का एक झूठा जाल बुना। 

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मामले के आरोपी ने सुशील कुमार को कहा कि बाहर से आई हुई ऑडिट टीम ने उसके विक्रय पत्र को लेकर ढाई लाख रुपए जुर्माना तय कर रखा है। पटवारी ने शिकायतकर्ता को कहा कि यदि वह उसे 50 हजार रुपए देता है, तो इस मामले की वह सेटलमेंट करवा देगा। इतनी भारी-भरकम रकम देने में असमर्थ होने पर पटवारी ने कहा कि उसे 40 हजार रुपए तो देने ही पड़ेंगे। 

इसके बाद मामले के आरोपी ने शिकायतकर्ता को पैसे देने के लिए झंडुता बुलाया हुआ था। सतर्कता विभाग ने पटवारी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया। आरोपी ने शिकायतकर्ता को झंडुता तहसील की तरफ बुलाया था। शिकायतकर्ता ने जैसे ही रिश्वत की राशि पटवारी को सौंपी विजिलेंस की टीम ने पटवारी को रंगे हाथों दबोच लिया। विजिलेंस की टीम ने पटवारी के पास से 40 हजार रुपए भी बरामद कर लिए।

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