मन जब दुखी होता है तो अपने आप ही “आह” या बद्दुआ निकल जाती है
मन जब दुखी होता है तो अपने आप ही “आह” या बद्दुआ निकल जाती है और ऐसा भी शांत मन साफ दिल लोग ही कर....
हिमाचल प्रदेश में पंचायत चुनाव का बिगुल बज गया है।
हिमाचल प्रदेश चुनाव आयोग ने प्रदेश में आचार सहिंता को लागू कर दिया है, इसके साथ ही प्रदेश में पंचायत चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज....
छात्र अभिभावक मंच हिमाचल प्रदेश ने निजी स्कूलों द्वारा टयूशन फीस के साथ सभी तरह के चार्जेज़ की वसूली के खिलाफ शिक्षा निदेशालय शिमला के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया।
छात्र अभिभावक मंच हिमाचल प्रदेश ने निजी स्कूलों द्वारा टयूशन फीस के साथ सभी तरह के चार्जेज़ की वसूली के खिलाफ शिक्षा निदेशालय शिमला के....
थोड़ा एटीट्यूड भी रखना जरूरी होता है, ज्यादा झुकने पर लोग गिरा हुआ समझ लेते हैं।
थोड़ा एटीट्यूड भी रखना जरूरी होता है, ज्यादा झुकने पर लोग गिरा हुआ समझ लेते हैं। यह बात मैंने सिर्फ कुछ दिनों में महसूस की....
बन्द करो सोशल मीडिया पर नँगा नाच अपना
अरे ओ झंड मंच के कलाकारों सोनिया स्मृति हो गया हो तुम्हारा तो कभी किसी मर्द के सहारे भी राजनीति करो या काबिल नहीं हो।....
बड़े न होते तो सारे फसाद खड़े न होते!
तृप्ता भाटिया| बचपन में दिल्ली का पता नहीं था मुझे, अपने घर से नाना का घर बहुत दूर लगता था। बसें टाइम से चलती थी....
जो लोग समय होते हुए भी लंबे लेख नहीं पढ़ पाते उनकी मानसकिता केवल”मैं” होती है।
जो लोग लंबे लेख नहीं पढ़ पाते समय होते हुए भी उनकी मानसिकता केवल “मैं”होती है उनको जहाँ लगता कि जब मेरी तरीफ या बात....
मेरी जिमेबारी कलम से प्रहार करने है, आपकी क्या है ?तय कीजिये
मेरी जिमेबारी कलम से प्रहार करना है और आपकी नियत पर निर्भर है कि आपकी क्या है? आप दुनिया के सारे मुद्दे शिक्षा गरीबी रोज़गार....
आदमी जो सुनता है, आदमी जो कहता है ज़िंदगी भर वो सदायें पीछा करती हैं।
तृप्ता भाटिया ✍️ आदमी जो सुनता है, आदमी जो कहता है ज़िंदगी भर वो सदायें पीछा करती हैं। दूसरे लोगों को कूड़ादान समझना बन्द करें....
शीतल शर्मा की कलम से “मेरी बात सुनो”
सुनो तो, रोती तुम हो भीग हम जाते हैं! टपक- टपक जब वह गिरते हैं ,तो मेरे सीने में आग लगा जाते हैं!! बच्चों जैसे....













