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“जोइया मामा मनदा नी” नारा लगाने वालों में शामिल एक शिक्षक को शिक्षा विभाग ने जारी किया नोटिस

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प्रजासत्ता|
पुरानी पेंशन बहाली को लेकर एंड कर्मचारियों के प्रदर्शन के बाद अब हिमाचल सरकार ने नारेबाजी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। इसी संबंध में उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से एक प्रवक्ता को नोटिस जारी कर कार्यालय में उपस्थित होकर लिखित ज़बाब प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।

जानकारी के अनुसार उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रझाना जिला शिमला के अर्थशास्त्र प्रवक्ता वीरेंद्र चौहान को एक नोटिस जारी हुआ हैं। वीरेंद्र चौहान को वीडियो के संदर्भ में 8 मार्च तक स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था।

जारी नोटिस में कहा गया है कि उप शिक्षा निदेशक ( उच्च) के निजी मोबाइल पर एक वायरल वीडियो प्राप्त हुआ है, जिस का अवलोकन करने पर पाया गया कि उक्त प्रवक्ता हिमाचल प्रदेश सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की। जो कि एक सरकारी कर्मचारी होने के नाते विभागीय कार्य एवं आचरण के अनुसार पूर्णतया अनुचित है और सीसीएस कंडक्ट नियमावली 1964 की पूर्णता अवेलना है।

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बता दें कि हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बीते गुरुवार को पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स ने जमकर विरोध प्रर्दशन किया।प्रदर्शनकारी सीएम से मिलने की मांग करते रहे, लेकिन सीएम ने बाहर आकर उनसे मिलने से इंकार कर दिया।

प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान प्रदर्शनकारी पहाड़ी अंदाज में भी नारेबाजी करते दिखे। आंदोलनकारियों का एक झुंड कहता नजर आया, “जोइया मामा मनदा नहीं, कर्मचारी को शुणदा नहीं। जोइया मामा मनी जा…पुराणी पेंशन पाछु ला” नारेबाजी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ । इसी की तर्ज पर विधानसभा में विपक्षी विधायकों ने भी कुछ इसी अंदाज में नारे लगाए। वहीं अब इस पहाड़ी अंदाज में वायरल हुए वीडियो में शामिल एक शिक्षक को शिक्षा विभाग ने नोटिस जारी कर दिया है।

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