Google News Preferred Source
साइड स्क्रोल मेनू

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को पसंद नहीं ‘मुजफ्फरनगर’ जिले का नाम, बोले- मुगलों की निशानी को मिटाना चाहिए

[ad_1]

Giriraj Singh In Muzaffarnagar: केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में पहुंचे। यहां उन्होंने नुमाइश मैदान में चल रहे पशु प्रदर्शनी और कृषि मेले का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 75 साल हो गए अब इसका नाम मुजफ्फरनगर अच्छा नहीं लगता। ये जो भी नगर हो लेकिन 75 साल में मुगलों की निशानी को मिटाना चाहिए। मैं यहां का नाम भी नहीं लेना चाहता।

गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं बोल भी नहीं सकता कि किस शहर में आया हूं। इस शहर का नाम बदल देना चाहिए। उन्होंने मंच पर बैठे अतिथियों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यहां वैज्ञानिक, महिलाएं मौजूद हैं, जो सम्माननीय हैं। यहां के किसानों ने गन्ना उत्पादन में देश का नाम ऊंचा किया है।

लाल बहादुर शास्त्री को किया याद

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों के बिना देश की कल्पना संभव नहीं है। जब किसानों की बात करता हूं तो लाल बहादुर शास्त्री का नाम लिए बगैर नहीं रह सकता। शास्त्री को कौन किसान याद करना नहीं चाहेगा। पश्चिम यूपी, हरियाणा और पंजाब उनका घर बन गया था। किसानों के लिए पूर्व पीएम ने काफी काम किया है।

इसे भी पढ़ें:  निक्की-साहिल की मंदिर में हो चुकी थी शादी

2024 में पीएम की कुर्सी नरेंद्र मोदी के लिए रिजर्व

विपक्ष की एकजुता पर मंत्री गिरिराज सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि 2024 के लिए पीएम की कुर्सी नरेंद्र मोदी के लिए रिजर्व है। 2014 में भी विपक्षी नरेंद्र मोदी के खिलाफ खड़े हुए थे, लेकिन जनता ने मोदी को पीएम बना दिया। इसके बाद 2019 में भी विपक्ष ने वही काम किया और फिर निराशा हाथ लगी।

यह भी पढ़ें: Amit Shah in UP: गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर साधा निशाना, बोले- लोकतंत्र खतरे में नहीं बल्कि आपका परिवार खतरे में है



[ad_2]

Source link

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment