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Adenovirus: कोविड (Coronavirus) के बाद अब देश पर एडिनोवायरस (Adenovirus) नाम की बीमारी का खतरा मंडरा रहा है। पश्चिम बंगाल में यह बीमारी बेकाबू हो गई है। अब तक 11 बच्चों की मौत हो चुकी है। इसके लक्षण आम बुखार जैसे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, 2 साल से कम आयु के बच्चों पर इसका ज्यादा खतरा है। यानी इन बच्चों को लेकर उनके मां-बाप को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।
बहुत ही घातक है नया सेरोटाइप
कोलकाता में संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सायन चक्रवर्ती ने कहा कि ऐडिनोवायरस बच्चों को संक्रमित करता है। इसका नया सेरोटाइप बहुत घातक है। तेज बुखार, नाक बहना, आंख का लान होना और शरीर पर चकत्ते आना इसके आम लक्षण हैं।
उन्होंने बताया कि इसे छाती का इन्फेक्शन भी कहा जाता है। इसकी जद में स्कूली बच्चे सबसे अधिक आ रहे हैं। बच्चे सर्जिकल मास्क लगाएं तो इसका प्रसार रोका जा सकता है। कोविड की तरह इसका भी स्वैप टेस्ट होता है, लेकिन वह बेहद महंगा है।
इसे छाती का इंफेक्शन कहा जाता है। इसका सबसे ज्यादा असर स्कूली बच्चों पर हो रहा है। बच्चे सर्जिकल मास्क लगाएं तो इसके ट्रांसमिशन को रोका जा सकता है।कोविड की तरह इसका भी स्वैप टेस्ट होता है लेकिन बहुत महंगा होता है: कोलकाता में एडिनो वाइरस पर संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ सायन चक्रवर्ती pic.twitter.com/KMWX9Qpb1r
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 20, 2023
बंगाल स्वास्थ्य विभाग ने दिए ये निर्देश
अभी तक ऐडिनोवायरस का कोई सटीक इलाज नहीं है। बुखार ज्यादा होने पर पैरासिटीमॉल ले सकते हैं। इस दौरान पानी ज्यादा पीना चाहिए। फिलहाल बंगाल के स्वास्थ्य विभाग ने ये निर्देश जारी किए हैं।
- बच्चों को तीन से 5 दिन बुखार हो तो तत्काल अस्पताल लेकर आएं।
- सांस में तकलीफ होने पर डॉक्टर को दिखाना जरूरी है।
- बीमार बच्चों को स्कूल न भेजें। भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
- मास्क पहनें और यदि ऑक्सीजन लेवल 92 फीसदी से कम हो तो तुरंत अस्पताल में भर्ती हों।
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