Shimla Advocate Protest: शिमला में वकीलों का हंगामा, कॉन्स्टेबल ने पकड़ा था वकील का कॉलर..!


Shimla Advocate Protest: शिमला में वकीलों का हंगामा, कॉन्स्टेबल ने पकड़ा था वकील का कॉलर..!

Shimla Advocate Protest: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने सोमवार को छोटा शिमला पुलिस थाने का घेराव कर पुलिस की कार्यप्रणाली पर गुस्सा जाहिर किया। बता दें कि बीते दिनों एक पुलिस कॉन्स्टेबल द्वारा सड़क पर एक वकील के साथ मारपीट की घटना के विरोध में वकीलों ने करीब तीन घंटे तक नारेबाजी की और चक्का जाम किया। प्रदर्शन के दौरान सड़क पर लंबा जाम लग गया, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी हुई।

हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने सुबह 10 बजे जनरल हाउस बुलाया, जहां वकीलों को एक वीडियो दिखाया गया। वीडियो में कॉन्स्टेबल को सड़क पर वकील को थप्पड़ मारते और उसका कॉलर पकड़ते देखा गया। कॉन्स्टेबल ने बाद में थाने में वकील के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, जिसमें आरोप लगाया कि वकील ने उसकी वर्दी के बटन तोड़े। इस घटना से आक्रोशित वकीलों ने सर्वसम्मति से थाने के बाहर धरने का फैसला किया।

प्रदर्शन को देखते हुए शिमला के एसपी संजीव गांधी मौके पर पहुंचे। उन्होंने वकीलों को संबोधित करते हुए कहा कि कॉन्स्टेबल को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही, एएसपी रैंक के अधिकारी से विभागीय जांच करवाई जाएगी, जिसकी रिपोर्ट एक सप्ताह में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन को सौंपी जाएगी। एसपी के इस आश्वासन के बाद वकीलों ने दोपहर 2:40 बजे प्रदर्शन समाप्त किया।

हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रधान पीयूष वर्मा ने कहा, “पुलिस की इस तरह की गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वकील के खिलाफ दर्ज झूठी शिकायत को खारिज किया जाए।” उन्होंने डीजीपी से मामले में तुरंत संज्ञान लेने की मांग की। प्रदर्शन को पूर्व महाधिवक्ता श्रवण डोगरा, अशोक शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता संजीव भूषण, रजनीश मनीकटाला और अजय कोचर ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि संविधान किसी पुलिस कर्मी को सड़क पर मारपीट का अधिकार नहीं देता। अगर कोई गलती करता है, तो कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए।