Una Firing Incident CCTV Footage: ऊना में हुई गोलीबारी की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। इस रिकॉर्डिंग में युवा कांग्रेस नेता आशु पुरी के सिर पर लगातार चार से पाँच गोलियाँ दागे जाने की घटना देखी जा सकती हैं। इस वीडियो ने जाँच में नई जटिलताएँ पैदा कर दी हैं। रिकॉर्डिंग में घटनास्थल पर दस व्यक्ति दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ हत्या और आशु पुरी सहित छह लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। एक व्यक्ति, जो अब तक जाँच से दूर था, अब पुलिस की पहुँच में होगा।
स्सीथानीय जानकारों के मुताबिक सीटीवी फुटेज में आशु पुरी को महेश कौशल के साथ खड़े देखा जा सकता है। इसी दौरान गुरजीत सिंह मान नामक एक व्यक्ति आशु पुरी को कार में बैठाने का प्रयास करता दिख रहा है। तभी अचानक पुरजिंदर मान वहाँ पहुँचता है और आशु पुरी की छाती पर गोली चलाता है, जिससे वह तुरंत गिर जाता है। इसके बाद हमलावर ने पीड़ित के सिर पर लगातार चार और गोलियाँ दागीं।
वीडियो के अनुसार, गोलीबारी के तुरंत बाद आशु पुरी के साथियों ने कार से तलवारें निकालकर पुरजिंदर सिंह मान, परविंदर संधू और जसविंदर मान पर हमला बोल दिया। इस अफरातफरी के बीच जगजीत मान वाहन लेकर फरार हो गया। आशु पुरी के साथियों ने हमलावरों को तलवारों से जख्मी कर दिया, जिसके बाद वे आशु पुरी को उठाकर कार में अस्पताल ले गए।
अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि यह वीडियो किसने सार्वजनिक किया और इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि बाकी है। उधर, होटल मालिक व पूर्व विधायक सतपाल रायजादा पहले ही बता चुके हैं कि सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंप दी गई थी। ऐसे में, इस वीडियो के सामने आने से पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
वायरल वीडियो पर प्रशासन ने लगाया पूर्ण प्रतिबंध, चेतावनी के साथ जारी किए सख्त आदेश
उधर, ऊना गोलीकांड के वायरल वीडियो को लेकर प्रशासन सख्त हो गया है। जिला दंडाधिकारी जतिन लाल ने सोशल मीडिया पर घटना से जुड़े किसी भी वीडियो, रील या पोस्ट को शेयर या साझा करने पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया है। आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
प्रशासन का कहना है कि इस तरह की सामग्री के प्रसार से जनता में डर फैल सकता है, जाँच प्रभावित हो सकती है और प्रतिशोध की घटनाओं को बढ़ावा मिल सकता है। एसपी अमित यादव ने जोर देकर कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है। साथ ही, किसी भी पुलिसकर्मी की संलिप्तता पाए जाने पर उसे तुरंत निलंबित करने की बात कही गई है।












