Exam Preparation Tips 2026: देशभर में 10वीं और 12वीं कक्षा के बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी अब अंतिम चरण में पहुंच गई है। दिसंबर में होने वाली प्री-बोर्ड परीक्षाओं के बाद प्रैक्टिकल परीक्षाएं और फरवरी-मार्च में बोर्ड परीक्षाएं आयोजित होंगी। इसी कारण छात्र दिन-रात पढ़ाई में जुटे हैं और स्कूलों में रिवीजन कक्षाएं तेज हो गई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट स्कोर के लिए केवल अधिक पढ़ना ही काफी नहीं है, बल्कि स्मार्ट प्लानिंग, समय प्रबंधन और सही तरीके से रिवीजन करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
आधिकारिक सिलेबस और पेपर पैटर्न जानना है जरूरी
परीक्षा की तैयारी का पहला कदम सही जानकारी हासिल करना है। सीबीएसई हर साल अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर पाठ्यक्रम और सैंपल पेपर जारी करता है। छात्रों को इन्हें अवश्य देखना चाहिए। इससे उन्हें परीक्षा पैटर्न, प्रश्नों के स्वरूप और अंक बंटवारे का स्पष्ट अंदाजा हो जाता है। पिछले कुछ वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने से लिखने की गति बढ़ती है, समय प्रबंधन में सुधार होता है और परीक्षा का आत्मविश्वास मिलता है।
फॉर्मूले, चित्र और मानचित्र पर दें विशेष ध्यान
विज्ञान, भौतिकी, गणित और भूगोल जैसे विषयों में फॉर्मूले, डायग्राम और मैप्स अंकों के लिए सीधा रास्ता होते हैं। इनमें एक छोटी सी गलती भी नंबर कटने का कारण बन सकती है। इसलिए छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे सभी महत्वपूर्ण फॉर्मूले की एक अलग शीट बनाएं और रोजाना कुछ मिनट उसका रिवीजन करें। डायग्राम और मैप्स का नियमित अभ्यास भी जरूरी है।
स्वस्थ दिनचर्या और सकारात्मक सोच बनाए रखें
तनाव में की गई पढ़ाई प्रभावी नहीं होती। इसलिए छात्रों को अपने दिमाग को शांत रखने और अपने ऊपर अत्यधिक दबाव न डालने की सलाह दी जाती है। हर 45-50 मिनट की पढ़ाई के बाद 10 मिनट का छोटा ब्रेक लेना चाहिए। इससे एकाग्रता बनी रहती है और मस्तिष्क तरोताजा रहता है। अच्छे आहार, पर्याप्त नींद और हल्की शारीरिक गतिविधि को पढ़ाई का अभिन्न हिस्सा बनाना चाहिए।
छोटे नोट्स बनाकर रोज करें दोहराव
तैयारी को व्यवस्थित और आसान बनाने के लिए अपने स्वयं के नोट्स बनाना एक कारगर तकनीक है। नोट्स को छोटे-छोटे बिंदुओं में लिखने से आखिरी समय में उन्हें दोहराना सुविधाजनक हो जाता है। रोजाना 1-2 घंटे सिर्फ रिवीजन के लिए निकालें और कठिन अध्यायों को छोटे-छोटे खंडों में बांटकर पढ़ें, इससे उन्हें याद रखना आसान हो जाता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इन सरल लेकिन प्रभावी रणनीतियों पर अमल करके कोई भी छात्र बोर्ड परीक्षाओं में अपने प्रदर्शन को उल्लेखनीय रूप से सुधार सकता है।









